नई दिल्ली: वरिष्ठ वकील इंदु मल्होत्रा ने शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय की न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। इंदु मल्होत्रा का शपथ ग्रहण ऐसे समय में हो रहा है, जब नरेंद्र मोदी सरकार ने न्यायाधीश के.एम.जोसेफ की सिफारिश पुनर्विचार के लिए वापस भेज दी है। प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने इंदु मल्होत्रा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनका कार्यकाल तीन साल से थोड़ा अधिक का रहेगा।
इंदु मल्होत्रा के शपथ लेने के साथ शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों की संख्या 25 हो गई है लेकिन यह संख्या न्यायाधीशों की वास्तविक संख्या 31 से छह कम है।
यह पहली बार है कि शीर्ष अदालत में दो महिला न्यायाधीश हैं--दूसरी न्यायाधीश आर.भानुमति है। न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा शीर्ष अदालत की पांचवी महिला न्यायाधीश है।
सर्वोच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश न्यायमूर्ति फातिमा बीबी थी। उनके बाद न्यायाधीश रूमा पाल, न्यायाधीश ज्ञान सुधा मिश्रा व न्यायाधीश भानुमति हैं।