नई दिल्ली. भारत में इंडोनेशिया के मिशन के उप प्रमुख फेरडी पिया का मंगलवार को जकार्ता के एक अस्पताल में कोविड -19 से निधन हो गया। वो दिल्ली में ही कोरोना संक्रमण का शिकार हुए थे। 27 अप्रैल को उन्हें जकार्ता के एक अस्पताल में शिफ्ट किया गया था, जहां उनकी तबीयत खराब होती चली गई। दिल्ली में कोविड संक्रमण का पता चलने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, तबीयत में सुधार ने होने पर उन्हें जकार्ता ले जाया गया।
वह दिसंबर 2020 में हैदराबाद की बायोटेक कंपनियों - भारत बायोटेक और बायोलॉजिकल ई - का दौरा करने वाले 64 विदेशी दूतों के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में से एक थे। अपनी यात्रा पर, फेरडी पिया ने कहा था कि वह उम्मीद कर रहे थे कि टीके समय पर तैयार हो जाएंगे ताकि महामारी पर काबू पाया जा सके।
भारत में इंडोनेशिया के पूर्व दूत सिद्धार्थ सुरोदीपुरो ने अपने सहयोगी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मैंने एक अच्छे दोस्त और अद्भुत सहयोगी, फेर्डी पिया को खो दिया। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। अप्रैल में, तंजानिया के एक अधिकारी की भारत में कोविड -19 महामारी के कारण मौत हो गई थी। वो देश में कोविड की वजह से जान गंवाने वाले पहले विदेशी राजनयिक थे। तंजानिया के उच्चायोग ने घोषणा की थी कि तंजानिया के रक्षा सलाहकार कर्नल डॉ मोसेस बीटस मुलूला का 28 अप्रैल को दिल्ली कैंट के बेस अस्पताल में निधन हो गया।