नई दिल्ली: पिछले महीने उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के बाद अब चीजें धीरे-धीरे सामने आ रही हैं। सीएनएन न्यूज18 की रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दंगों को भड़काने में इंडोनेशिया के एक एनजीओ ने भी बड़ी भूमिका अदा की थी। इंटेलिजेंज सूत्रों के मुताबिक, इस एनजीओ ने दंगों के लिए चंदा मुहैया कराया था और इंटरनेट पर दंगों को लेकर प्रोपेगैंडा भी फैलाया था। चौंकाने वाली बात यह है कि इस एनजीओ ने मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की भी पैसे से मदद की है।
दंगा फैलाने के लिए फंडिंग करना चाहते थे ट्रस्टी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनजीओ के ट्रस्टी दंगा फैलाने के लिए लोगों को पैसे देना चाहते थे। इस एनजीओ के खतरनाक मंसूबों का पता इसी बात से चलता है कि बांग्लादेश में हुए दंगों को भी इसी एनजीओ ने फंड किया था। बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में पिछले महीने भड़की हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा कि अब राष्ट्रीय राजधानी में कानून और व्यवस्था के हालात सामान्य हैं। उसने कहा कि हिंसा के मामले में 712 प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही 200 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
सॉफ्टवेयर की मदद से पहचाने जा रहे दंगाई
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एमएस रंधावा ने कहा कि चेहरे की पहचान करने वाले सॉफ्टवेयर की मदद से दंगे में शामिल लोगों को चिन्हित किया गया है और घटना की सभी कोणों से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में अब कानून-व्यवस्था के हालात सामान्य हैं। उत्तर-पूर्वी दिल्ली से आने वाली पीसीआर कॉल की हम करीब से निगरानी कर रहे हैं।’ रंधावा ने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगे से जुड़ी 712 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और 200 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।