नयी दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दोनों देशों की सेनाओं के बीच विश्वास बढाने के लिए ‘‘ व्यापक ’’ दिशा निर्देश दिये हैं और अब उसे मूर्त रूप देने पर काम करना है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि वुहान में पिछले सप्ताह दोनों नेताओं के बीच हुई अनौपचारिक शिखर बैठक में अफगानिस्तान में संयुक्त रूप से आर्थिक परियोजनाओं पर काम करने को लेकर भी चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को इस पर चर्चा करनी होगी। उन्होंने कहा, हालांकि दोनों नेताओं में अफगानिस्तान के लिए किसी परियोजना विशेष पर चर्चा नहीं की। कुमार ने कहा कि मोदी और शी ने दोनों देशों की सेनाओं के बीच संबंधों में सुधार के लिए व्यापक दिशा-निर्देश दिये हैं। अब दोनों देशों की सेनाएं इसे मूर्त रूप देने और उसके अनुरूप काम करने पर विचार कर रही हैं।
इस बैठक के दौरान मोदी और शी ने अपनी सेनाओं के बीच संवाद बेहतर करने और विश्वास बहाली तथा समझ बनाने के लिए ‘‘रणनीतिक दिशा-निर्देश’’ जारी करने का फैसला लिया है।