नई दिल्ली: भारतीय वैज्ञानिक और MIT की छात्रा ने स्टीकर जैसा एक यंत्र बनाया है, जिसे पहन कर रेप रोका जा सकता है। ये यंत्र यौन उत्पीड़न को पहचान कर आस-पास के लोगों को अलर्ट कर सकता है और पीड़िता के परिजनों को भी मदद के लिए आगाह कर सकता है। इस सेंसर का निर्माण भारतीय वैज्ञानिक मनीषा मोहन ने किया है जिसे आप किसी भी कपड़ें पर स्टीकर की तरह लगा सकेंगे, यह सेंसर जब शरीर से जबरदस्ती कपड़ें उतारे जाते हैं उस स्थिती को भाप लेता है और अलर्ट भेजता है। संसेर तब अलर्ट भेजेगा जब पीड़िता लड़ने की स्थिती में नहीं है या वो ठीक से चल नहीं पा रही है या फिर वो छोटी बच्ची है। मनीषा ने बताया कि ये यंत्र तब भी काम करता है, जब पीड़िता बेहोश हो या लड़ने की हालत में न हो। ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस
ये इस तरह काम करता है
सेंसर में दो मोड हैं पहला पैसिव मोड जो कि मैनुअली काम करता है लड़की बटन को दबाकर आसपास के लोगों को अलर्ट भेज सकती है। अलर्ट भेजने पर अलार्म बजने लगेगा या दोस्तों को कॉल चली जाएगी। ऐस इसलिए क्योंकि ये ब्लूटूथ स्मार्टफोन ऐप से जुड़ा होता है।
एक्टिव मोड में सेसर बाहरी सिग्नल से खतरे को भाप लेता है। अगर कोई पीड़िता के शरीर से कपड़े उतारने की कोशिश कर रहा है तो यह सेंसर उसके स्मार्टफोन पर एक संदेश भेजता है, जिससे सेंसर यह सुनिश्चत करेगा कि लड़की चेतना अवस्था में है या नहीं। अगर भेजे गए अलर्ट का रिप्लाई 30 सेकेंड के अंदर नहीं आता है तो आसपास के लोगों को अलर्ट भेजने के लिए फोन तेज आवाज करने लगेगा।
गौरतलब है कि अगर लड़की अलार्म को 20 सेकेंड में बंद नहीं करती है तो ये माना जाएगा कि लड़की मुसीबत में हैं और उसके परिवार और दोस्तों को डिस्ट्रेस सिग्नल भेजा जाएगा। इस सिग्नल से पीड़िता की लोकेशन के बारे में पता चलेगा।
ये भी पढ़ें: अगर सांप काटे तो क्या करें-क्या न करें, इन बातों का रखें ध्यान...
इस राजा की थी 365 रानियां, उनके खास महल में केवल निर्वस्त्र हीं कर सकते थे एंट्री