भारतीय रेल लंबे सफर में यात्रियों को आराम देने के लिए लगातारा यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी कर रही है। चलती ट्रेन में बेहतरीन रेस्टोरेंट का खाना हो या फिर वंदे भारत जैसी ट्रेनों में हवाई जहाज जैसी सुविधाएं। अब इस कड़ी में रेलवे एक अनोखी सेवा जोड़ने जा रहा है। अब चलती ट्रेन में रेल यात्री मसाज का भी फायदा उठा सकेंगे। जी हां, इस तरह की अपनी तरह की खास सर्विस इंदौर से चलने वाली 39 ट्रेनों में उपलब्ध होगी।
मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर का मानना है कि इससे यात्रियों की सुविधा के साथ रेलवे को भी प्रतिवर्ष लगभग 20 लाख रुपए की अतिरिक्त आय होगी। साथ ही करीब 90 लाख रुपए की अतिरिक्त टिकट की भी बिक्री होगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को रतलाम रेल मंडल ने न्यू इनोवेटिव नॉन फेयर रैवेन्यू आइडियाज स्कीम (एनआईएनएफआरआईएस) के तहत लाइसेंस ऑफ एग्रीमेंट (एलओए) जारी कर दिया।
100 रुपए में मिलेगी सर्विस
यह सुविधा इंदौर से देश के विभिन्न हिस्सों में चलने वाली 39 ट्रेनों में मिलेगी। इसके तहत हर एक गाड़ी में दो ट्रेंड मजासर चलेंगे। इस सेवा का शुल्क 100 रुपए होगा। इनके फोन नंबर टीटीई और कोच में उपलब्ध कराए जाएंगे। जरूरत होने पर यात्री के फोन करते ही मजासर बताई गई बर्थ पर पहुंचकर यात्री के हेड या फूट की मसाज करेंगे। यात्री इसका फायदा सुबह 6 से रात 10 बजे तक ही उठा पाएंगे।
प्रयोग सफल रहा तो होगा सुविधा में विस्तार
रेलवे के सूत्रों के अनुसार रेलवे पहली बार यात्रियों को ऐसी सुविधा उपलब्ध करा रहा है। इंदौर की ट्रेनों में प्रयोग सफल हुआ तो रतलाम, उज्जैन से चलने वाली ट्रेनों में भी मसाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।