नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भारतीय रेलवे फिर से मोर्चा संभालने जा रही है। भारतीय रेलवे ने प्रमुख गलियारों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) और ऑक्सीजन सिलेंडरों के परिवहन के लिए पूरी तरह से तैयारी कर ली है। भारतीय रेलवे राज्यों में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए खास ऑक्सीजन एक्सप्रेस (OXYGEN Express) ट्रेनें चलाएगा।
अगले कुछ दिनों में रेलवे देश भर में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) और ऑक्सीजन सिलेंडर का परिवहन करेगा। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र की सरकारों ने रेलवे से संपर्क कर कहा कि वह तरल मेडिकल ऑक्सीजन टैंकर के परिवहन पर विचार करे। रेलवे देशभर में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन तथा ऑक्सीजन सिलिंडरों की आपूर्ति के लिये अगले कुछ दिन में 'ऑक्सीजन एक्सप्रेस' चलाएगा। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में जबरदस्त वृद्धि के चलते मेडिकल ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है। अधिकारियों ने कहा कि खाली टैंकर विशाखापत्तनम, जमशेदपुर, राउरकेला और बोकारो से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन भरने के लिये सोमवार को मुंबई और उसके आसपास कलमबोली और बोइसर स्टेशनों से चलेंगे।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि राज्यों में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू होने वाली हैं, इसके लिए एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा रहा है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया, ''ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिये रोल-ऑन-रोल-ऑफ ऑक्सीजन ट्रक लोड किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार कोविड-19 रोगियों की हरसंभव मदद के लिये तैयार है। '' मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सरकारों ने इससे पहले रेलवे से पूछा था कि क्या उसके रेल नेटवर्क के जरिये लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंकरों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। दोनों राज्य सरकारों के अनुरोध पर रेलवे ने तुरंत लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आवाजाही के लिये तकनीकी पहलुओं पर विचार करना शुरू कर दिया था।
एक अधिकारी ने कहा, ''19 अप्रैल को खाली टैंकर चलेंगे, लिहाज हम अगले कुछ दिन में ऑक्सीजन एक्सप्रेस अभियान शुरू होने की उम्मीद करते हैं। जहां कहीं मांग होगी, हम वहां ऑक्सीजन भेज सकेंगे। ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के तीव्र संचालन के लिये ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा रहा है।'' लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की ढुलाई से संबंधित मुद्दों पर 17 अप्रैल को रेलवे बोर्ड के अधिकारियों, राज्य परिवहन आयुक्तों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों की बैठक हुई थी।रेल मंत्रालय ने कहा, ''टैंकर हासिल करने और लोड करके उन्हें वापस भेजने की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय रेलवे केन्द्रों को निर्देश जारी किये गए हैं। विशाखापत्तनम, अंगुल और भिलाई में रैंप तैयार किये जा चुके हैं। कलमबोली में पहले से मौजूद रैंप को मजबूत बनाया जा रहा है।'' मंत्रालय ने कहा, ''कलमबोली रैंप 19 अप्रैल तक तैयार हो जाएगा। अन्य स्थानों पर भी टैंकरों के पहुंचने से पहले रैंप तैयार हो जाएंगे।''
बता दें कि, कोरोना संकट में मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता मरीजों के इलाज के लिए काफी अहम हो गई है। देशभर के कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की जान चली गई है। बता दें कि, कोरोना संक्रमण में कुछ चिकित्सा शर्तों के उपचार में ऑक्सीजन की उपलब्धता एक प्रमुख तत्व है।
बता दें कि, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्य सरकारों ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन के लिए रेल मंत्रालय से संपर्क किया था। दोनों राज्य सरकारों ने रेल मंत्रालय से कहा था कि लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) टैंकरों को रेलवे द्वारा स्थानांतरित किया जा सकता है या नहीं।
इसके साथ ही राज्यों से लगातार ऑक्सीजन की मांग उठ रही है, सरकार पहले ही कह चुकी है कि देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कोई कमी नही है। इसीलिए जरूरतों की जगह तक ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए ट्रांसपोर्टेशन के विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। इसी कड़ी में रेलवे ने भी ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने का निर्णय लिया है। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि राज्यों में ऑक्सीजन की आपूर्ति तेजी के साथ की जा सकेगी।