नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच हिंद महासागर में वर्चस्व को लेकर चल रही रस्साकशी ने मंगलवार को एक रोचक मोड़ ले लिया। समुद्र के चप्पे-चप्पे पर भारतीय नौसेना ने अपनी मौजूदगी का नमूना पेश करते हुए एक खास अंदाज में चीन की नौसेना का स्वागत कर उसे चौंका भी दिया और आगाह भी कर दिया। दरअसल, मंगलवार को चीन का एक बेड़ा जैसे ही अम्बई वतार समुद्री इलाके में पहुंचा, भारतीय नौसेना ने 'आपका स्वागत है' कहकर उसे हैरत में डाल दिया।
नौसेना ने ट्वीट किया, 'पीएलए-नेवी की 29वीं ऐंटी-पाइरेसी एस्कॉर्ट फोर्स का हिंद महासागर क्षेत्र में स्वागत है। हैपी हंटिंग।' चीन का कहना है कि उसने अपने युद्धपोत को पाइरेसी के मद्देनजर तैनात किया है और उसका लक्ष्य हिंद महासागर क्षेत्र में रिसर्च के लिए बेस तैयार करना है।
कैप्टन शर्मा ने कहा कि हम समुद्री कानूनों और हिन्द महासागर में नौवहन की आजादी का सम्मान करते हैं। समुद्री लुटेरों के खिलाफ मिशन के तहत गश्त के दौरान चीनी युद्धपोत अफ्रीका में जिबूती और पाकिस्तान के ग्वादर तथा कराची जाते रहते हैं। पहले वे श्रीलंका भी जाते थे लेकिन पिछले कुछ समय से वहां नहीं जा रहे हैं। इससे पहले वर्ष 2011 में भारतीय युद्धपोतों का आमना सामना चीन के युद्धपोतों से हुआ था।
भारतीय नौसेना ने वेलकम ट्वीट के बाद एक और ट्वीट करते हुए अपने युद्धपोत की तैनाती का नक्शा जारी करते हुए ट्वीट किया, 'फारस की खाड़ी से मलक्का स्ट्रेट और उत्तर में बंगाल की खाड़ी से दक्षिणी हिंद महासागर तक और अफ्रीका के पूर्वी छोर तक हम 24 घंटे निगरानी में हैं। अपने क्षेत्र को हर समय, हर तरह से सुरक्षित रखने के लिए हम सक्षम हैं।'