अलीगढ़: मुसलमानों की सामाजिक एवं धार्मिक तनजीमों के एकछत्र संगठन ने भारतीय मुसलमानों को भड़काने वाले हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी जाकिर मूसा के हाल के एक बयान की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि अपने संविधान में गहरी आस्था रखने वाले हिन्दुस्तानी मुस्लिम ऐसी किसी भी आवाज पर ध्यान नहीं देंगे।
ऑल इण्डिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरात के अध्यक्ष नावेद हामिद ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि हिज्बुल आतंकवादी जाकिर मूसा ने भारतीय मुसलमानों का आह्वान किया है कि वे अपनी समस्याओं का हल निकालने के लिये हिंसा का रास्ता अपनाएं, लेकिन उसकी यह अपील भारतीय मुसलमानों पर कोई असर नहीं डालेगी।
उन्होंने कहा, भारतीय मुसलमानों को देश के संविधान और उस संवैधानिक ढांचे में पूरा विश्वास है जो समाज के सभी वर्गों को न्याय और समानता का अधिकार दिलाता है। हामिद ने कहा, हमें आतंकवादियों या उन लोगों के भाषण सुनने की कोई जरूरत नहीं है, जो अपने सामाजिक और सियासी उद्देश्यों की पूर्ति के लिये हिंसा का रास्ता अपनाते हैं। उन्होंने दावा किया कि बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्मगुरू और उलमा भी उनकी इस बात से इत्तेफाक रखते हुए मूसा की भड़काऊ अपील का विरोध करते हैं।
मालूम हो कि हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी जाकिर मूसा ने हाल में जारी एक ऑडियो क्लिप में खासकर कश्मीर घाटी के अहिंसक अलगाववादी मुसलमानों से कहा था कि वे या तो आतंकवादियों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ लड़ें, या फिर घाटी के हालात के बारे में बयान देना बंद करें।