नई दिल्ली: भारत 15 देशों को 34 रुपए लीटर पैट्रोल व 29 देशों को 37 रुपए लीटर डीजल बेच रहा है, जबकि देशवासियों को सरकार द्वारा यही डीजल व पैट्रोल दोगुने से भी अधिक दामों में बेचा जा रहा है। यह खुलासा सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 (आरटीआई) के माध्यम से मिली रिपोर्ट में हुआ है।
आरटीआई एक्टिविस्ट रोहित सभ्रवाल ने मिनिस्ट्री ऑफ पैट्रोलिंग एंड नैचुरल गैस व तेल रिफाइनरी कंपनी से आरटीआई के तहत किये गए अपने आवेदन में पूछा था कि भारत दुनिया के कौन से देशो को पेट्रोल डीजल भेजता है और उसकी प्रति लीटर कीमत कितनी है।
आरटीआई के जबाव में मिली जानकारी में बताया गया कि भारत 15 देशों को पैट्रोल मात्र 34 रुपए लीटर व 29 देशों को डीजल मात्र 37 रुपए के हिसाब से अमेरिका, इंगलैंड, ईराक, इजराइल, जोरडन, ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग, सिंगापुर, साऊथ अफरीका, मॉरीशियस, मलेशिया, यू.ए.ई. सहित अन्य कई देशों में बेचता है।
खबर के मुताबिक आरटीआई पर यह जानकारी करीब ढाई महीने बाद मिनिस्ट्री ऑफ पैट्रोलिंग एंड नैचुरल गैस व तेल रिफाइनरी कंपनी के मैंगलोर कार्यालय से वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों द्वारा उपलब्ध करवाई गई।
रोहित सभरवाल ने बताया कि जब इस सवाल का जवाब आया, तो यह चौंकाने वाला था। सरकारी स्वामित्व वाली मैंगलोर रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा आरटीआई के तहत दिए गए जवाब के मुताबिक 01 जनवरी 2018 से 30 अप्रैल 2018 के बीच पांच देशों को पेट्रोल और 29 देशों को रिफाइंड पेट्रोलियम उत्पादों (पेट्रोल/डीजल) का निर्यात किया गया।
इस अवधि में पेट्रोल 32 से 34 रुपये प्रति लीटर और डीजल 34 से 36 रुपये प्रति लीटर की दर से निर्यात किया गया। हालांकि इस अवधि के दौरान भारत में पेट्रोल की कीमत 69.97 रुपये से 75.55 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 59.70 से 67.38 रुपये प्रति लीटर रही। इस हिसाब से भारत अपने खुद के देशवासियों को यही पेट्रोल-डीजल दोगुने से भी अधिक दाम पर बेच रहा है।
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हमेशा ही चर्चा का मुद्दा बनी रहती है। जो राजनीतिक दल विपक्ष में होते हैं, वो पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर ज़ोरदार हल्ला बोलते हैं, लेकिन सत्ता में आते ही इनके तेवर बदल जाते हैं। सोशल मीडिया में खबर आने के बाद इसको लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस पर ट्वीट किया है।