नई दिल्ली. लद्दाख से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से सामने आए नए मामले के बाद सेना की तरफ से प्रतिक्रिया दी गई है। भारतीय सेना ने कहा है कि LAC पर दोनों सेनाओं के बीच फेसऑफ और आक्रामक व्यवहार की घटनाएं होती रहती हैं। स्थानीय स्तर की बातचीत के बाद पैट्रोलिंग बंद हो जाती है। सीमा स्पष्ट न होने की वजह से अस्थायी और छोटी अवधि के फेसऑफ़ होते हैं। सेना इस तरह की घटनाओं को पारस्परिक रूप से स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार हल कर लेती है। आर्मी ने स्पष्ट किया है कि इस वक्त पैंगोंग लेक के पास फेसऑफ की परिस्थिति नहीं है और न ही यहां सैनिकों का जमावड़ा है।
आपको बता दें कि सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार, पांच मई देर शाम पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर भारतीय जवानों और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई। दोनों पक्षों के बीच गतिरोध अगली सुबह बातचीत के बाद समाप्त हुआ। सूत्रों ने बताया कि इसमें दोनों ओर से कई सैनिकों को मामूली चोटें आयीं क्योंकि उनके बीच घूंसे चले और उन्होंने एकदूसरे पर पथराव भी किया। सूत्रों ने बताया कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प की इस घटना में करीब 200 कर्मी शामिल थे। झड़प के बाद दोनों ओर से अतिरिक्त सैनिक तैनात किए गए।
हालांकि इस घटना के बाद पिछले हफ्ते ही चीन का एक हेलीकॉप्टर लद्दाख से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास देखा गया, जिसके बाद सावधानी के तौर पर भारतीय वायुसेना ने इलाके में अपने लड़ाकू विमान को पेट्रोलिंग पर लगा दिया। इंडिया टीवी को मिली जानकारी के मुताबिक चीन का हेलिकॉप्टर अपनी ही सीमा में था लेकिन वह भारतीय सीमा के बहुत नजदीक पहुंच गया था और एयरफोर्स को जैसे ही इसकी भनक लगी तो 8 मिनट के अंदर भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान भी वहां पहुंच गया। भारतीय विमान को सामने देख चीन का हेलीकॉप्टर वापस चला गया।