नई दिल्ली: कड़ाके की सर्दी पड़ने से पहले भारत में अधिकतम आतंकियों की घुसपैठ कराने की पाकिस्तानी सेना की कोशिशों के जवाब में भारतीय सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में संदिग्ध आतंकी ठिकानों पर 'सटीक लक्षित हमले' कर रही है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सुरक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी थी। हालांकि आर्मी ने कहा है कि LoC के पार PoK में भारतीय सेना की कार्रवाई की खबरें फर्ज़ी हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारतीय सेना के सैन्य संचालन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा की गई कार्रवाई की खबरें फर्जी है।
पाकिस्तान सेना पिछले कुछ हफ्तों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए भारी आर्टिलरी गन से अंधाधुंध गोलीबारी का सहारा लेकर नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पीटीआई की खबर के मुताबिक, सूत्रों ने बताया पाकिस्तान में ‘डीप स्टेट’ (पर्दे के पीछ छद्म रूप से काम करने वाली सरकारी शक्तियां) ने आतंकवाद रोधी निगरानीकर्ता एफएटीएफ की निगरानी से बचने और उसके साथ ही जम्मू कश्मीर में अशांति को हवा देने के लिए आतंकवादियों की मदद के उद्देश्य से संतुलन साधने की कोशिश की है। सूत्रों ने कहा कि बीते कुछ हफ्तों में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने में मदद के उद्देश्य से पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा पर भारत की तरफ के असैन्य क्षेत्रों को लगातार मोर्टार और अन्य भारी हथियारों से निशाना बना रही है।
PoK में भारतीय सेना लगातार कार्रवाई कर रही है और पिछले 10 दिनोंं में 8 आतंकी लॉन्च पैडों को निशाना बनाया है। इस बीच जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर गुरुवार को हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के 4 संदिग्ध आतंकवादी मारे गए जबकि 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि जम्मू शहर के बाहरी इलाके में, हाल ही में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों को ला रहे एक ट्रक को रोका गया तभी मुठभेड़ शुरू हो गई। जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने कहा कि आतंकवादी 'बड़ी साजिश' को अंजाम देने के इरादे से आए थे, जिसे नाकाम कर दिया गया है।