नई दिल्ली: पाकिस्तान से सटी सीमा पर भारतीय सेना एकीकृत युद्ध समूहों (आईबीजी) की तैनाती की योजना बना रही है, जो जंग की स्थिति में त्वरित हमला करने में उसकी मदद करेंगे। पाकिस्तान की सीमा पर इसे तैनात करने के बाद चीन से सटी सीमा पर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इस तरह से एक-एक कर पाकिस्तान और चीन, दोनों देशों से सटी सीमाओं पर भारतीय सेना की ताकत को बढ़ाया जाएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आईबीजी का लक्ष्य सेना के विभिन्न प्रभागों को एक नये समूह में शमिल करना है। इसमें तोप, टैंक, वायु रक्षा एवं साजो-सामान शामिल होंगे। इसे जंग के लिए पूरी तरह से तैयार इकाई बनाने की संभावना है। यह कदम ऐसे समय उठाया जा रहा है जब तीनों सैन्य बलों के बीच बेहतर समन्वय के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
सेना ने आईबीजी की नई लड़ाकू संकल्पना का भी परीक्षण किया जिसकी भूमिका आक्रामक प्रकृति की होने की संभावना है। सकारात्मक परिणाम के बाद, सेना ने विशेषज्ञ इकाइयां बनाने को हरी झंडी दी। इस साल के अंत तक इस तरह की कम से कम तीन इकाइयां गठित होने की संभावना है। आईबीजी का नेतृत्व मेजर जनरल स्तर के अधिकारी कर सकते हैं और इसमें पांच हजार जवान शामिल हो सकते हैं। पश्चिमी मोर्चे पर धीरे धीरे आईजीबी की संख्या बढाने की संभावना है।
(इनपुट-भाषा)