नई दिल्ली: भारत ने अरुणाचल प्रदेश में चीन से लगी सीमा के पास किसी भी परिस्थिती से निपटने के लिए एडवांस रॉकेट लॉन्चर पिनाका और स्मर्च की तैनाती कर दी है। पिनाका बहुत घातक हथियार है इसका नाम भगवान शिव के धनुष पिनाक के नाम पर रखा गया है। पिनाका और स्मर्च मल्टी रॉकेट लॉन्चर सिस्टम विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद को फायर करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। स्मर्च लॉन्चर भी भारतीय तोपखाने में एक बहुत ही शक्तिशाली हथियार है।
पिनाका मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (एमएलआरएस) को डीआरडीओ द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है। पिनाका रॉकेट सिस्टम 45 किलोमीटर तक की दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने के साथ 44 सेकेंड में 12 रॉकेट दाग सकता है। इसे नजदीक से युद्ध होने से पहले दुश्मन को टारगेट करने के लिए यूज किया जाता है। इससे छोटी रेंज की आर्टिलरी, इन्फैंट्री और हथियारबंद वाहनों को निशाना बनाया जाता है।
भारत के पास रॉकेट्स दागने के लिए ‘Grad’ नाम का रूसी सिस्टम हुआ करता था। यह अब भी इस्तेमाल होता है। इसके विकल्प के रूप में 1980 के दशक में DRDO ने पिनाक रॉकेट सिस्टम को डेवलप करना शुरू किया। 1990 के आखिरी दौर में पिनाक मार्क-1 के सफल टेस्ट हुए। भारत ने करगिल युद्ध में भी सफलतापूर्वक पिनाक सिस्टम का यूज किया था। बाद में पिनाक की कई रेजिमेंट्स बन गईं।