लेह: भारतीय थलसेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे (Army Chief General MM Naravane) ने पूर्वी लद्दाख के फॉर्वर्ड इलाके का दौरा किया। यहां उन्हें मौजूदा सुरक्षा स्थिति और संचालन संबंधी तैयारियों के बारे में जानकारी दी गई। भारतीय सेना ने एमएम नरवणे के दौरे से संबंधित सूचना दी।
भारतीय सेना की ओर से कहा गया, 'सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने पूर्वी लद्दाख में अग्रिम इलाकों का दौरा किया, जहां उन्हें मौजूदा सुरक्षा स्थिति और परिचालन तैयारियों के बारे में जानकारी दी गई।' बता दें कि सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे यहां रेजांगला वॉर मेमोरियल भी पहुंचे थे।
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ भारत का गतिरोध जारी है। ऐसे में 22 सितंबर को थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने गतिरोध पर कहा था कि सेना उत्तरी सीमा पर चुनौतियों से इसलिए निपट पाई कि युद्ध जैसी परिस्थितियों का पहले से अभ्यास किया गया था।
उन्होंने यह भी कहा था कि पूर्वी लद्दाख में स्थिति पर ध्यान केंद्रित करते हुए सेना ने भारत की बाकी सीमाओं की उपेक्षा नहीं की और किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पश्चिमी और पूर्वी सीमा पर पर्याप्त मात्रा में बलों की तैनाती की गई थी।
उन्होंने कहा था, “उत्तरी सीमा पर स्थिति जैसे ही बिगड़ी, हमारे सैनिक उससे निपटने के लिए तैयार थे। उन्हें अपने नेतृत्व पर पूरा भरोसा था। वह अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उपलब्ध संसाधनों के साथ सभी चुनौतियों और दिक्कतों का सामना करने को तैयार थे।”
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा था, “यह इसलिए हो सका क्योंकि हमने पहले से ऐसी आपात स्थिति के लिए युद्ध अभ्यास किया था।” जनरल नरवणे ने कहा कि सेना पूर्वी लद्दाख समेत पाकिस्तान और अन्य मोर्चों पर कड़ी निगरानी कर रही है।