नई दिल्ली: बॉर्डर पर सेना के ऑपरेशन को मजबूती देने के लिए भारत ने मेगा प्लान तैयार किया है। इन तैयारियों से भारतीय सेना का बॉर्डर पर मनोबल काफी ऊंचा रहेगा क्योंकि उसे अब खराब मौसम में भी हथियार और गोला बारूद सप्लाई को लेकर टेंशन नहीं होगी। हाल के दिनों में बढ़े बॉर्डर पर खतरे को देखते हुए भारत चीन और पाकिस्तान से सटे सरहदों पर चार बड़़ी सुरंगें बनाने जा रहा है। इनमें तीन सुरंगे भारत-चीन बॉर्डर पर और एक सुरंग भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बनाई जाएगी।
इन सुरंगों का निर्माण भारतीय सेना के ऑपरेशन की तैयारियों के तहत किया जा रहा है जिससे सेना तक हथियार और गोला बारूद पहुंचाने में आसानी होगी। यानी जब भी जरूरत होगी भारतीय सेना दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार रहेगी।
इंडिया टीवी को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक भारत-चीन बॉर्डर पर जिन तीन टनल को बनाने की योजना है वो सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के तवांग में बनाई जाएगी। मौसम की वजह से इन इलाकों में सेना के कई पोस्ट का संपर्क करीब छह महीने तक अपने हेडक्वार्टर से टूट जाता है। ऐसे में ये सुरंग ऑल वेदर रोड के साथ सेना के फॉर्वर्ड लोकेशन तक जरूरी सैन्य सामान पहुंचाने में कारगर साबित होगी।
पाक बॉर्डर तक भी बारहों महीने ऐसी सप्लाई की जा सकेगी। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए भारतीय सेना और NHPC के बीच MoU पर दस्तखत होने जा रहा है। भारतीय सेना के डायरेक्टर जनरल ऑपरेशन एंड लॉजिस्टिक और NHPC के डायरेक्टर इस समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। इन सुरंगों को बनाए जाने के प्रोजेक्ट की लागत करीब पंद्रह सौ करोड़़ रुपए होगी।
दरअसल चीन भारत से सटे अपनी सरहदों में पहले ही कई सारी सुरंगें बना चुका है। हाल ही में हुए आर्मी कमांडर कॉन्फ़्रेन्स में भारत में भी इस तरह की सुरंगों को बनाने की योजना पर मुहर लगाई गई थी और अब NHPC के साथ मिलकर इसको अमलीजामा पहनाया जाएगा। इन सुरंगों के बनने से भारतीय सेना की तैयारी को और ताकत मिलेगी। साथ ही चीन को भी जवाब मिलेगा कि भारत उससे किसी भी मामले में कम नहीं है।