नई दिल्ली. लद्दाख में अभी भी कई स्थानों पर भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। हाल ही में रिपोर्ट्स आई हैं कि चीन ने कब्जे वाले लद्दाख में LAC के पास अपनी फोर्स बढ़ाई है। इस बीच वायुसेना प्रमुख की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है। वायुसेना प्रमुख के प्रमुख ने आज मीडिया से बातचीत में कहा कि भारतीय वायुसेना चीन और पाकिस्तान दोनों ही मोर्चों पर खतरे की किसी भी परिदृश्य से निपटने के लिए तैयार हैं।
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में चीन की वायु सेना अभी भी है। चीन ने काफी हद तक इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट बढ़ाया है, इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से हो सकता है कि वह अपनी सेना को जल्दी तैनात कर दें लेकिन हम पर इसका कोई असर नहीं होगा। उन्होंने बताया कि चीनी एयरफोर्स को तीन एयरबेस पर तैनात है, लेकिन हम भी पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने कहा कि हम दोनों मोर्चों पर लड़ाई के लिए तैयार हैं। नई फ्लीट के साथ हमारी हमला करने की क्षमता में बढ़ोतरी हुई है। तीन बेड़े में राफेल विमान और विभिन्न हथियारों के शामिल होने से हमारी आक्रामक क्षमता और भी अधिक शक्तिशाली हो गई है। तेजस, एमके1ए और एस-400 के आने से वायुसेना और भी मजबूत होगी। वायुसेना प्रमुख ने मिग-21 दुर्घटनाओं पर उन्होंने कहा, "इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि मिग-21 की बड़ी संख्या में दुर्घटनाएं हुई हैं। आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि पहले के मुकाबले इन दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हर विमान उड़ान भरने से पहले एक सख्त जांच से गुजरता है।"