हैदराबाद. भारतीय वायुसेना प्रमुख आर.के.एस. भदौरिया ने शनिवार को कहा है कि भारतीय सशस्त्र बल किसी भी आकस्मिक स्थिति में प्रतिक्रिया के लिए उचित तैनाती के लिए अच्छी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर जो हालात हैं, उसमें जरूरी है कि "हमारे सशस्त्र बल हर समय तैयार और सतर्क रहें।"
वायुसेना प्रमुख हैदराबाद के डुंडीगल वायुसेना अकादमी में कम्बाइंड ग्रेजुएशन परेड में बोल रहे थे। बाद में उन्होंने मीडियाकर्मियों से भी बात की। उन्होंने यह भी कहा कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर घटनाक्रम एक छोटे से स्नैपशॉट हैं, जिससे निपटने के लिए "छोटे नोटिस पर हमारी जरूरत होगी।"
उन्होंने कहा, "सैन्य वार्ता और समझौतों के बाद भी चीन की ओर से की गई हिंसा अस्वीकार्य है, जिसके कारण इतनी जिंदगियां खत्म हुईं। इसके बाद भी यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास चल रहे हैं कि एलएसी पर मौजूदा स्थिति को शांति से हल किया जाए, लेकिन यह बहुत स्पष्ट होना चाहिए कि हम किसी भी आकस्मिक घटना का जवाब देने के लिए कहीं भी तैनात होने और कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार हैं।"
एयर चीफ मार्शल ने कहा, "मैं राष्ट्र को विश्वास दिलाता हूं कि हम गलवान में शहीद हुए बहादुरों के बलिदान को कभी व्यर्थ नहीं जाने देंगे।" उन्होंने कर्नल संतोष बाबू समेत सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने गलवान घाटी में एलएसी पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा, "अत्यधिक चुनौतीपूर्ण स्थिति में किए गए वीरतापूर्ण कार्यों ने हर स्थिति और कीमत पर हमारे देश की संप्रभुता की रक्षा करने हमारे संकल्प को दर्शाया है।"
उन्होंने कैडेट्स को संबोधित करते हुए आगे कहा, "हम हाईली ऑटोमेटेड एन्वायरंमेंट में भविष्य की लड़ाइयों को अत्याधुनिक तकनीकों, हथियार प्रणालियों और सेंसर के उपयोग के साथ लड़ेंगे, जिनमें से अधिकांश स्वदेशी होंगे।" उन्होंने पुष्टि की कि भारतीय वायुसेना ने लेह और अन्य स्थानों पर कुछ तैनाती की है और किसी भी आकस्मिकता के लिए पूरी तरह से तैयार है।
एलएसी पर एयर पेट्रोलिंग को लेकर उन्होंने कहा, "जब भी आवश्यकता होती है हम ऐसा करते हैं। जब भी हम असामान्य गतिविधि देखते हैं, तो हम इसकी जांच करते हैं।" उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना एलएसी की स्थिति और तैनाती को लेकर अच्छी तरह से अवगत थी और सभी आवश्यक कार्रवाई की थी।
उन्होंने आगे कहा, "हम पूरी स्थिति से अवगत हैं, यह चाहे एलएसी में हो या एलएसी से परे तैनाती पर हो, चाहे यह हवाई तैनाती पर हो या अन्य किसी तरह की। हमने पूरा विश्लेषण किया है और आवश्यक कार्रवाई की है।" भदौरिया ने यह बात 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़पों में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद आगे की तैयारियों को लेकर कही है।
तैनाती को लेकर उन्होंने कहा, "हमारे पास सभी जगह हवाई ठिकाने हैं। ऐसा नहीं है कि हम केवल लेह में ही तैनात होंगे और लेह में गतिविधि करना ही हमारी क्षमता या तैनाती का संकेत है। मैं यह नहीं बताऊंगा कि हमने कहां-कहां तैनाती की है। बस इतना कहूंगा हम स्थिति जानते हैं और हमने जरूरी एक्शन लिए हैं और आगे के लिए भी तैयार हैं।" विरोधी को संदेश देने के जवाब में उन्होंने कहा, "हमें विरोधी को कोई संदेश देने की जरूरत नहीं है। वह हमारी क्षमता को जानता है। यदि वह हमारी क्षमताओं को जानने की कोशिश करता है तो वह खुद इसका कारक होगा।"