नई दिल्ली: पाकिस्तान और चीन के बॉर्डर पर 8 अप्रैल से भारतीय वायुसेना गगन शक्ति नाम का युद्धाभ्यास करेगी। ये युद्धाभ्यास 14 दिनों तक चलेगा जिसमें 500 से ज़्यादा विमान और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे। इसके लिए वायुसेना प्रमुख आदेश जारी करेंगे। ख़ास बात ये है कि यह युद्दाभ्यास पाकिस्तान और चीन की सीमा के पास होगा। ये एक्सरसाइज़ पाकिस्तान से सटी पश्चिमी और चीन से सटी उत्तरी सीमा पर होगा। एक्सरसाइज के लिए सेना के 300 अफ़सर और करीब 15,000 वायु सैनिक सीमा पर पहुंच रहे हैं। वायुसेना के इस अभ्यास में इंडियन आर्मी और नेवी भी शामिल होगी। (भारतीय वायुसेना ने किया दुनिया की सबसे बड़ी डिफेंस डील पर काम शुरू, शामिल होंगे 110 लड़ाकू विमान)
इस एक्सरसाइज़ में भारत अपनी रक्षा और आक्रामक क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा। युद्ध अभ्यास की औपचारिक जानकारी पड़ोसी देश पाकिस्तान को दे दी गई है। युद्ध अभ्यास के दौरान एयर सपोर्ट, नेटवर्क सेंट्रिक वॉरफेयर, अटैक, काउंटर अटैक, रात में भी सटीक हमले की क्षमता जैसी बातों पर ज़ोर होगा। ख़ास बात ये भी है कि इस वॉर एक्सरसाइज़ में देश में बना हल्का लड़ाकू विमान तेजस भी पहली बार हिस्सा लेगा। इसके साथ ही सुखोई-30, मिग-21, मिग-29, जगुआर और मिराज जैसे लड़ाकू विमान ज़मीन से आसमान तक अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेंगे।
इस एक्सरसाइज में नेवी का मिग 29 लड़ाकू विमान भी हिस्सा लेगा। इस वॉर एक्सरसाइज़ में परिवहन विमान सी-17 ग्लोब मास्टर, सी-130 जे सुपर हर्क्युलिस भी शामिल होंगे। इस एक्सरसाइज़ के लिये दुश्मन की सेना भी बनाई जायेगी जिसका नाम रेड फोर्स होगा। भारतीय वायुसेना का नाम ब्लू फोर्स होगा। ब्लू फोर्स दुश्मन की रेड फोर्स से मुकाबला करेगी। ब्लू और रेड फोर्स पर नज़र रखने के लिये एक न्यूट्रल व्हाइट फोर्स भी होगी। व्हाइट फोर्स इस बात का विश्लेषण करेगी कि अभ्यास में किसने कितने बेहतर अटैक किए, कितनी बार लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाया गया।
अभ्यास 20 हजार फीट की ऊंचाई, गर्म रेगिस्तानी इलाकों और समुद्री इलाकों में होगा। इस अभ्यास में हाल ही में वायुसेना में फाइटर पायलट बनीं तीनों महिलाएं लेफ्टिनेंट अवनी चतुर्वेदी, मोहना सिंह और भावना कांत भी शामिल होंगी। अभ्यास के दौरान इस बात की परख होगी कि युद्ध के हालात में भारतीय वायुसेना दुश्मन के ठिकानों को कितनी तेजी से तबाहो बरबाद करती है।