अहमदाबाद: दुनिया की सबसे बड़ी उस प्रतिमा की झलक जो बनकर तैयार हो चुकी है। सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची मूर्ति को बनाने का काम पूरा हो गया है और इसे नाम दिया गया है कि स्टेच्यू ऑफ यूनिटी। ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। अब तक इस मूर्ति की तस्वीरें देश ने नहीं देखी है और पहली बार हम आपको सरदार की प्रतिमा की तस्वीरें दिखा रहे हैं। हमारे चैनल इंडिया टीवी के संवाददाता निर्णय कपूर सरदार सरोवर डैम के पास केवाड़िया में बनी सरदार पटेल की मूर्ति को देखने गए। उन्होंने बताया कि सिर्फ मूर्ति ही नहीं, आसपास के इलाके का ब्यूटीफिकेशन का काम भी करीब करीब पूरा हो चुका है।
अमेरिका के स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी है स्टेच्यू ऑफ यूनिटी
बता दें कि आठ साल पहले 2010 में जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति बनाने की योजना बनाई थी। पांच साल पहले सरदार सरोवर डैम के पास साधु बेट में भूमि पूजन किया गया। 2014 में स्टेच्यू बनाने का काम शुरू हुआ और अब चार साल बाद स्टेच्यू ऑफ यूनिटी बनकर तैयार है। स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई अमेरिका के स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी है।
कंस्कट्रक्शन में करीब 2 हजार 979 करोड़ की लागत आई
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी ऐसी जगह स्थापित की गई है जिसके चारों तरफ पहाड़ हैं, आसपास पानी है, बगल में सरदार सरोवर डैम है इसलिए यहां हवा में नमी रहती है हवा की स्पीड ज्यादा होती है। इन सारी बातों को स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की स्टेबिलिटी के लिए ध्यान में रखा गया है। दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति बनाने में पैंतीस हजार टन सीमेंट, तीन हजार सात सौ पच्चीस टन स्टील और पंद्रह सौ टन ब्रॉन्ज़ का इस्तेमाल हुआ। इसके कंस्कट्रक्शन में करीब दो हजार नौ सौ उन्यासी करोड़ की लागत आई।
गुजरात में टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा
इस प्रोजैक्ट के जरिए गुजरात में टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। सतपुड़ा और विन्ध्याचल माउंटेन रेंज के बीच स्थापित दुनिया की इस सबसे बड़ी मूर्ति सरदार सरोवर डैम से भी देखी जा सकेगा। स्टेच्यू के पास से होकर एक रोप वे बनाया जाएगा जिसके जरिए लोग सरदार पटेल की प्रतिमा के नजदीक तक पहुंच सकेंगे।
31 अक्टूबर को सरदार पटेल का जन्मदिन है इसी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण करेंगे। ये मोदी की दूरदर्शिता का उदाहरण है। कांग्रेस अब तक सरदार पटेल को अपना नेता बताती रही है लेकिन अब नरेन्द्र मोदी पूरे आत्मविश्वास से कहेंगे कि सरदार पटेल ने देश को एक रखा, देश की एकता के लिए काम किया लेकिन कांग्रेस ने हमेशा सरदार पटेल के योगदान को कम करने की कोशिश की। अब स्ट्चेयू ऑफ यूनिटी सैकड़ों सालों तक देश को उनके योगदान की याद दिलाती रहेगी।