नई दिल्ली: मोदी सरकार के वरिष्ठ नेता हुकुमदेव नारायण यादव ने इंडिया टीवी से नए कृषि कानूनों से किसानों को होने वाले फायदों सहित कई मुद्दों पर खास बातचीत की। हुकुमदेव नारायण यादव ने किसान आंदोलन पर कहा कि आज किसान के लिए राजनीति नहीं किसान के नाम पर राजनीति हो रही है। किसान भोले भाले होते है इनको ठगना आसान है धर्म, जाति, संप्रदाय और राजनीति के नाम पर।
किसान आंदोलन में हुई हिंसा पर हुकुमदेव नारायण यादव ने कहा कि हमारे देश के किसान देशप्रेमी है, उस किसान से यह उम्मीद नही की जा सकती की वो उग्रवाद, हिंसा, तोड़फोड़ का समर्थन करेगा। स्वभाव से वो किसान हो ही नहीं सकता है। उन्होनें कहा कि विभिन्न प्रकार के लोग इनके बीच चले जाते है कथा प्रवचन करने लगते है, भाषण भी देने लगते है और इनके जैसा रूप भी बना लेते है जैसे सिनेमा में बना लेते है।
हुकुमदेव नारायण यादव ने कहा कि कुछ लोग किसानों के नाम पर अपने हित, दलहित के बारे में सोच रहे हैं। ऐसे लोग किसानों और राष्ट्र के बारे में नहीं सोचेंगे। उन्होनें कहा कि हिंदूस्तान में किसानों का एक तबका सम्पन्न समृद्ध है जिनके पास खेती भी है, परिवार में लोगों को नौकरी भी है, वह राजनीति में नेतागिरी भी करते है और दूसरी तरफ उनका व्यवसाय भी है जिसमें कोल्ड स्टोरेज और बड़े-बड़े गौदाम है। वह आढ़ती का काम करते है और उपर से वो अपने-2 धर्म संप्रदाय के प्रबंधक बन जाते है। तो ऐसे भी लोग है वो भी किसान है।