नई दिल्ली: कश्मीर में टेरर फंडिंग के केस में हुर्रियत के एक बड़े नेता और कश्मीर के एक बहुत बड़े बिजनेसमैन का नाम आया है। इंडिया टीवी रिपोर्टर अभिषेक उपाध्याय ने ED की वह जांच रिपोर्ट हासिल की जिसमें यह पता चला कि बिजनेसमैन जहूर अहमद शाह वटाली आतंकवादियों के लिए फंड का इंतजाम करता है और वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर काम भी करता है। यह रिपोर्ट कहती है कि जहूर अहमद शाह वटाली ने पाकिस्तान से हवाला के जरिए आए पैसे से अरबों की प्रॉपर्टी बना ली है। दिल्ली और NCR में बड़े बड़े मकान खरीद लिए।
ED को तफ्तीश में जहूर अहमद की दिल्ली NCR में कम से कम पांच प्रॉपर्टीज के बारे में पता चला है। जिसके बारे में शक है कि ये टेरर फंडिंग के जरिए खरीदी गईं। अलगाववादियों के इस फाइनेंसर के पास दिल्ली के पॉश इलाके ग्रेटर कैलाश, चितरंजन पार्क, कालका जी में आलीशान मकान हैं। .
दिल्ली में जहूर की प्रॉपर्टी
- फ्लैट नंबर 20, NRI कॉम्प्लेक्स, ग्रेटर कैलाश-4, दिल्ली
- N- 24, फर्स्ट फ्लोर, चितंरजन पार्क में भी जहूर का मकान है
- तीसरी प्रॉपर्टी दिल्ली के कालका जी इलाके में है इसका एड्रेस G-26-B, कालका जी, New Delhi है
- इनके अलावा दिल्ली के सैनिक फार्म्स में भी रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स
- गुड़गांव के DLF सिटी में भी जहूर अहमद वटाली का एक फ्लैट है
एनआरआई कॉम्प्लेक्स के थर्ड फ्लोस पर भी एक फ्लैट
इंडिया टीवी रिपोर्टर अभिषेक उपाध्याय जब ग्रेटर कैलाश पहुंचे तो पता चला कि जहूर अहमद शाह वटाली ने एनआरआई कॉम्प्लेक्स के थर्ड फ्लोस पर भी एक फ्लैट खरीदा है। एजेंसियों को जांच में ये भी पता चला कि ज़हूर वटाली जब भी दिल्ली आता है, वो हुर्रियत के दूसरे मेंबर्स के साथ यहीं रुकता है। जिसमें हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के बिलाल लोन भी शामिल हैं। ग्रेटर कैलाश के बाद अभिषेक उपाध्याय जहूर अहमद वटाली के कालकाजी वाले फ्लैट पर पहुंचे। यहां पता चला कि मकान नंबर G 26 B जहूर अहमद शाह वटाली के ही नाम पर है। फ्लैट में ताला लगा था।
ED की टीम जहूर अहमद वटाली के घर पहुंची थी
आपको बता दूं कि दो हफ्ते पहले ही ED की टीम श्रीनगर के बर्जुल्लाह इलाके में जहूर अहमद वटाली के घर पहुंची थी। सूत्रों के मुताबिक इसी रेड में वटाली की टेरर फंडिंग को लेकर बड़े डॉक्युमेंट्स हाथ लगे थे। एजेंसियों को पता चला कि जहूर के एकाउंट में दुबई से भी कई संदिग्ध लैनदेन की गई और डेढ़ साल के अंदर जहूर के एकाउंट्स में 37 लाख 40 हज़ार 507 अमेरिकी डॉलर यानी आज के हिसाब से 24 करोड़ से ज्यादा रूपए ट्रांसफर किए गए। एजेंसियों को शक है यह टेरर फंडिंग का पैसा था और इसी के जरिए जहूर ने कई प्रॉपर्टीज खरीदीं। बाद में ये एकाउंट इनएक्टिव हो गए।
बैंक एकाउंट का ब्यौरा
- HSBC bank sector-18, Noida में दो NRI सेविंग एकाउंट, Ac no- 094219847007, Ac no- 094219847006 इनमें विदेशों से रकम आई
- HSBC Bank Greater Kailash-1 में FCNR Account
- जेके बैंक साउथ एक्सटेंशन ब्रांच में सेविंग एकाउंट
विदेशों में सम्पत्ति और एकाउंट की फेमा के तहत जांच का ब्यौरा
- Dajani Teading LLC दुबई के ज़रिए कई बार विदेशी रकम भेजी गई
- HSBC गोल्ड कार्ड का cash withdrawal में इस्तेमाल
- भारत मे कई अचल सम्पत्तियां
- शारजाह में ऑफिस
2005 में ही जहूर अहमद वटाली के टेरर फंडिंग कनैक्शन का इनपुट मिला था
ED की इस रिपोर्ट में एक और बड़ी बात सामने आई। पता चला कि सरकार को 2005 में ही जहूर अहमद वटाली के टेरर फंडिंग से कनैक्शन के बारे इनपुट मिल चुका था। ये बताया गया था कि जहूर। इंडिया में ISI के इशारे पर काम कर रहा है। इंटेलिजेंस और सिक्योरिटी एजेंसीज ने जहूर वटाली के पूरे सिंडिकेट को लेकर एक नोट उस वक्त की सरकार को भेजा था। लेकिन इसके बावजूद करीब दस साल तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। ED की रिपोर्ट से साफ है कि ज़हूर अहमद शाह वटाली कश्मीर में आतंकवादियों की सप्लाई लाइन है। इस तरह के दूसरे लोगों की पहचान भी करनी चाहिए और उनके खिलाफ भी आतंकवादियों जैसा ही सलूक होना चाहिए।