नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर पलटवार किया है। इंडिया टीवी के ऐंकर सौरव शर्मा के साथ बातचीत में योगी आदित्यनाथ ने केजरीवाल के कृषि कानून पर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि गमलों में धान उगाने वाले लोग हमें क्या खेती सिखाएंगे। उन्होंने नाम लिए बिना कहा कि खुद दिल्ली के सीएम को शर्म आनी चाहिए कि उन्होंने अपनी ही सरकार द्वारा नोटिफाई किए गए ऐक्ट को फाड़ दिया। योगी ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने में भी दिल्ली सरकार अक्षम साबित हुई।
‘गमलों में धान उगाने वाले लोग हमें खेती के बारे में बताएंगे?’
केजरीवाल के बयान पर कि किसानों के साथ संवाद में योगी नए कृषि कानूनों के लाभ के बारे में नहीं बता पाए, योगी ने पलटवार करते हुए कहा, ‘खेती-किसानी के बारे में हमें वे लोग बताएंगे जो गमलों में धान उगाते हैं? यह हास्यास्द बात है। इन लोगों को इस बात पर शर्म आनी चाहिए कि दिल्ली विधानसभा ने एपीएमसी ऐक्ट को लागू किया। और यदि वे खुद के ही द्वारा पास किए गए ऐक्ट को फाड़ रहे हैं तो न सिर्फ वह संसद की अवमानना कर रहे हैं, बल्कि अपनी विधानसभा की भी अवमानना कर रहे हैं। ये वही लोग हैं जिनकी नेगेटिव सोच ने दिल्ली को तबाह कर दिया। कोरोना के वक्त में देखिए कैसे इनका मॉडल तबाह हो गया। इनका चेहरा देश और दुनिया के सामने एक्सपोज हो गया है।’
‘दिल्ली में कोरोना मैनेजमेंट के लिए गृह मंत्री को उतरना पड़ा’
कोरोना के मामले में दिल्ली सरकार पर बरसते हुए योगी ने कहा, ‘ये एक छोटी-सी दिल्ली को नहीं संभाल पाए। दिल्ली में हालात भी तब संभले जब खुद गृह मंत्री अमित शाह फील्ड में उतरे। इसके चलते वह खुद भी कोरोना पॉजिटिव हो गए। यह प्राथमिक जिम्मेदारी दिल्ली सरकार की थी, लेकिन गृह मंत्री को कोरोना मैनेजमेंट के लिए उतरना पड़ा। वे यूपी से क्या बात करेंगे। यूपी के अंदर 24 करोड़ की आबादी है, जिनमें 5 लाख कोरोना पॉजिटिव हुए और 8 हजार लोगों की मौत हुई है। देश में सबसे ज्यादा टेस्ट यूपी ने किए हैं। वहीं, पौने दो करोड़ की आबादी वाली दिल्ली में 10 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं और 6 लाख से ज्यादा पॉजिटिव केस हैं।’