नई दिल्ली: दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल सैकड़ों लोग ऐसे हैं जो अबतक सामने नहीं आए हैं और पुलिस इन्हें ढूंढ रही है। क्राइम ब्रांच की जांच में जो खुलासा हुआ है उसके मुताबिक निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के नौ हजार से ज्यादा लोग जमा हुए थे, इनमें से सिर्फ 3193 जमातियों की पहचान हुई है। बाकी करीब छह हजार जमाती अलग-अलग राज्यों में फैल गए और उनमें से सैकड़ों अभी भी गायब हैं। इन लोगों ने अपने फोन बंद कर दिए हैं। इनमें से कई कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं। ये लोग अपने आसपास के लोगों को भी प्रभावित कर सकते हैं।
क्राइम ब्रांच की जांच में ये पता लगा है कि 13 से 15 मार्च के बीच निजामुद्दीन मरकज में हुए जलसे में तबलीगी जमात के नौ हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। इंडिया टीवी को जानकारी मिली है कि इस वक्त भी बड़़ी संख्या में जमाती देशभर में छुपे हैं। तमाम तरह की अपीलों के बाद भी ये लोग सामने नहीं आ रहे हैं। मस्जिदों में तो पुलिस कई कई बार छानबीन कर चुकी है। देश भर की मस्जिदों में छुपे जमातियों को बाहर निकाला गया है। अकेले दिल्ली की मस्जिदों और घरों छुपे 900 जमातियों को ढूंढकर निकाला जा चुका है। उत्तर प्रदेश में भी जमातियों को बड़ी संख्या में मस्जिदों से खोजकर निकाला गया है। तमिनलाडु,तेलंगाना, महाराष्ट्र, आन्ध्र प्रदेश में जमात के लोग पकड़े गए हैं। इनमें से बड़ी संख्या में लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, इसलिए खतरा बड़ा है।
अब तक जिन तीन हजार एक सौ तिराबने जमातियों को पकड़ा गया है उनमें से 765 कोरोना पॉजिटिव हैं। बाकी के लोगों को अलग अलग क्वारंटीन सेंटर्स में रखा गया है। इनपर खास तौर से निगरानी रखी जा रही है। एक हफ्ते पहले ही दिल्ली के चांदनी महल इलाके में 13 मस्जिदों से 185 जमातियों को निकाला गया था। इनमें कई विदेशी मौलाना भी मौजूद थे।अब पता चला है कि इनमें से 52 जमाती कोरोना पॉजिटिव हैं। जहांगीरपुरी की दो मस्जिदों में जिन जमातियों को रखा गया उनमें से 10 बांग्लादेश के रहनेवाले हैं,14 पश्चिम बंगाल और दो असम से हैं। इन सबकी रिपोर्ट आनी बाकी है। एजेंसियां चाहती है कि आम लोगों के बीच जो जमाती रह रहे हैं वो खुद सामने आकर अपना टेस्ट करवाएं और अगर वो खुद सामने नहीं आते तो पुलिस को किसी भी कीमत पर उन्हें खोजना होगा।
3000 से ज्यादा जमातियों में से जो 765 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, उनको अलग अलग अस्पताल में रखा गया है। इनमें दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल में सबसे ज्यादा 385 जमाती हैं। झज्जर के एम्स में 152, दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 136 जमाती मौजूद हैं। जीटीबी अस्पताल में 84, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में पांच मरीजों को रखा गया है। इसके साथ साथ 2400 से ज्यादा जमातियों को अलग अलग क्वारंटीन फैसिलिटी में शिफ्ट किया गया है। दिल्ली के नरेला में क्वारंटीन सेंटर में सबसे ज्यादा 937 जमाती हैं। सुल्तानपुरी में 194...बक्करवाला में 123...द्वारका में 131...बदरपुर के क्वारंटीन सेंटर में 157 जमाती शिफ्ट किए गए। इसी तरह तुगलकाबाद में 143...जोगाबाई में 307, वजीराबाद में 60, मंडोली जेल के स्टाफ क्वार्टर में 94 जमाती क्वारंटीन में हैं। साकेत, छतरपुर मंदिर, गुलाबी बाग, राउज एवेन्यू और जहांगीरपुरी में भी क्वारंटीन फैसिलिटी में जमातियों को रखा गया है।