एनबीए बोर्ड की बैठक में सदस्यों ने सर्वसम्मति से इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा को अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल जारी रखने के लिए कहा।
न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (NBA) ने गुरुवार को इंडिया टीवी के चेयरमैन रजत शर्मा को एक बार फिर अध्यक्ष चुना है। गुरुवार को आयोजित एनबीए बोर्ड की बैठक में सदस्यों ने सर्वसम्मति से इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा को अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल जारी रखने के लिए कहा। बोर्ड ने न्यूज24 ब्रॉडकॉस्ट इंडिया लिमिटेड की चेयरपर्सन-कम-मैनेजिंग डायरेक्टर अनुराधा प्रसाद शुक्ला को उपाध्यक्ष और टाइम्स नेटवर्क - बेनेट, कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं चीफ एग्जेक्युटिव ऑफिसर एम.के. आनंद को वर्ष 2020-2021 के लिए एनबीए का ऑनरेरी ट्रेजरर चुना है। एनबीए भारत के न्यूज ब्रॉडकास्टर्स का सबसे बड़ा संगठन है, जिसमें देश के लगभग सभी प्रमुख समाचार नेटवर्क शामिल हैं।
इस मौके पर एनबीए की 13वीं वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए रजत शर्मा ने कहा, ‘मुझे एनबीए की 13वीं वार्षिक रिपोर्ट पेश करते हुए मुझे काफी खुशी हो रही है। मैनेजमेंट की रिपोर्ट में उन सभी कदमों के बारे में विस्तार से बताया गया है जो हमने पिछले एक साल में उठाए हैं।’ इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा ने आगे कहा कि पिछले 6 महीनों के दौरान पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी के कारण एक अभूतपूर्व संकट से गुजरी है।
एनबीए अध्यक्ष रजत शर्मा ने कहा, ‘दुनिया भर में व्यवसायों में व्यवधान आया है। समाचार प्रसारक भी इस व्यवधान से नहीं बच सके हैं। रातों-रात सब कुछ बदल गया। समाचार चैनलों के रूप में हमारी जिम्मेदारी उस समय कई गुना बढ़ गई जब सरकार ने हमें 'आवश्यक सेवाएं' घोषित किया। हमारे सदस्यों ने सभी कठिनाइयों का सामना किया और सुनिश्चित किया कि बिना किसी अड़चन के समाचार प्रसारित हों। लॉकडाउन के दौरान, समाचार चैनलों की दर्शकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई।’ रजत शर्मा ने कहा कि एनबीए पत्रकारों, कैमरामैन और संपादकीय कर्मचारियों को सलाम करता है जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डाल कर यह सुनिश्चित किया कि महामारी की खबरें और सूचना लाखों दर्शकों तक पहुंचे।
उन्होंने कहा, 'इस साल कुछ ऐसे चैनलों द्वारा अनियमित आपत्तिजनक सामग्री की अभूतपूर्व चुनौती भी देखी गई, जो एनबीए के सदस्य नहीं हैं। मुझे यह साझा करने में खुशी हो रही है कि एनबीए के सदस्य इस चुनौती से मुकाबला करने के लिए एकजुट रहे। एनबीए संपादकीय मानकों में विश्वास करता है जो निष्पक्षता, तटस्थता, निष्पक्षता और रिपोर्टिंग में सटीकता सुनिश्चित करता है। हमने विज्ञापनदाताओं से अपील की है कि वे घृणा को बढ़ावा देने वाले टॉक्सिक कंटेंट और सेंशेसनलिज्म का समर्थन न करें। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि प्रतिष्ठित ब्रांडों ने आगे आकर हमारे रुख का समर्थन किया है।’