पाकिस्तान की सरजमीं में आतंकियों के ठिकानों पर तबाही मचाने वाले बम की नई खेप की जल्दी ही भारतीय वायुसेना के बेड़े में आने वाली है। इजरायल से भारत स्पाइस-2000 बम मंगवा रहा है। इससे भारतीय वायुसेना की ना केवल ताकत बढ़ेगी बल्कि दुश्मन के खेमे में भी खूब खलबली मचेगी।
बालाकोट में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के ठिकानों पर स्पाइस-टू थाउजैंड बमों से हमला किया गया था। अब इन्हीं बमों की नई खेप को भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल किया जा रहा है। जिससे भारतीय वायुसेना की ताकत और बढ़ जाएगी।
- एयरफोर्स को मिलेंगे 'स्पाइस-2000' बम
- वायुसेना को सितंबर महीने में मिलेंगे नए बम
- इजरायल से 300 करोड़ का करार हुआ था
- एयर टू ग्राउंड गाइडेड बम है 'स्पाइस-2000'
- बमों की स्टैंडऑफ रेंज 60 किलोमीटर तक
300 करोड़ की है डील
स्पाइस बम के बंकर बस्टर वर्जन वायुसेना को सितंबर महीने के दूसरे सप्ताह में मिल जाएंगे इसके लिए भारत और इजरायल के बीच 300 करोड़ रुपये की डील पर साइन हुए थे। स्पाइस-2000 एयर टू ग्राउंड गाइडेड बम हैं और इन्हें बहुत ही खतरनाक माना जाता है। स्पाइस-2000 बमों की स्टैंडऑफ रेंज 60 किलोमीटर तक है। इस बम की खासियत ये है कि ये बम गिरने के बाद भी अपने टारगेट को खोज लेता है। यानी इससे दुश्मन का बचना नामुमकिन है।