ठाणे: राज्य सरकारों से जलमार्ग जैसे परिवहन के नये तरीकों को अपनाने का अनुरोध करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज ऐलान किया कि अगले दो साल में देश में 10000 सीप्लेन परिचालन में आएंगे। उन्होंने कहा कि देश में सीप्लेन के परिचालन के लिए अगले तीन महीने में नियम और शर्तें निर्धारित की जाएंगी। मंत्री ने कहा, ‘‘राज्य सरकारों को प्रदूषण से और सड़क परिवहन से उपजने वाले मुद्दों से बचने के लिए जलमार्गेां समेत परिवहन के नये तरीके अपनाने चाहिए।’’
वह मुंबई से अहमदाबाद को जोड़ने वाले वर्सोवा क्रीक पर नये पुल के भूमिपूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह परियोजना 3000 करोड़ रुपये की लागत वाली है। गडकरी ने कहा, ‘‘अगले दो साल में देश में करीब 10 हजार सीप्लेन परिचालन में लाये जाएंगे। अगले तीन महीने में सीप्लेन के परिचालन से जुड़े नियम और शर्तें निर्धारित की जाएंगी। हाल ही में मुंबई में परीक्षण किया गया था। यह परिवहन का नया तरीका होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश में जलमार्गों को बढ़ावा मिलना चाहिए। अब महाराष्ट्र सरकार को मुंबई में जलमार्गों के विकास पर ध्यान देना चाहिए।’’ गडकरी ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुझे आश्वासन दिया है कि इस साल अप्रैल तक मुंबई में और आसपास जल परिवहन शुरू किया जाएगा। मंत्री ने घोषणा की कि दिल्ली - मुंबई राजमार्ग को ‘विद्युत मार्ग’ में बदला जाएगा और संबंधित विभाग को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) दे दी गयी है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस राजमार्ग पर विद्युत चालित वाहन चलेंगे और इससे प्रदूषण पर नियंत्रण होगा। बिजली से चलने वाली डबल डेकर बसें लाई जाएंगी और इस बाबत कल ही लंदन के परिवहन विभाग से एमओयू हुआ है।’’ गडकरी ने कहा कि प्रदूषण और यातायात को लेकर जो हालात और समस्याएं दिल्ली के सामने आती हैं, वो जल्द ही मुंबई के सामने भी आएंगी। सांसदों, विधायकों और मंत्रियों को खतरों को भांपकर उसके हिसाब से काम करना चाहिए।