नयी दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले के लिए जिम्मेदार पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक लड़ाई जीतने के लिए भारत सभी कूटनीतिक या अन्य उपायों का इस्तेमाल करेगा। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने शुकवार को यह बात कही। पाकिस्तान को ‘‘दुष्ट देश’’ करार देते हुए जेटली ने कहा कि यह हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है, जबकि दोषियों ने स्वयं हमले की जिम्मेदारी ली है और वे इसका श्रेय ले रहे हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण का हवाला देते हुए जेटली ने कहा कि ‘‘(पाक) सरकार के मुखिया कहते हैं हमें कार्रवाई करने योग्य साक्ष्य दीजिए। आपको कार्रवाई योग्य साक्ष्य की जरूरत तब पड़ती जब इस अपराध को अंजाम देने वाले की कोई जानकारी नहीं होती, लेकिन आपके अपने देश में बैठा एक व्यक्ति इस हमले की जिम्मेदारी ले रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए जब इसमें स्वीकारोक्ति है...आपके पास आपके अपने देश के लोग बैठे हैं और अपराध को स्वीकार कर रहे हैं तथा कह रहे हैं कि हां, हमने इसे अंजाम दिया है और इसका श्रेय ले रहे हैं ।’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी नेतृत्व इस मसले पर बाघ की सवारी कर रहा है और बाघ अपने सवार को कभी नहीं छोड़ता है। जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को एक आतंकवादी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान शहीद हो गए थे। जेटली ने कहा, ‘‘भारत आज बहुत अधिक गुस्से में है।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘अपने जीवनकाल में, हमने लड़ाईयां देखी हैं, हमने मानवीय आपदाएं देखी हैं, हमने आतंकवादियों द्वारा प्रधानमंत्रियों की हत्यायें होते देखी हैं। लेकिन जिस तरह का गुस्सा दिख रहा है (पहले के मौकों पर भी) वह इस समय अप्रत्याशित है।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि भारत अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल करेगा, चाहे वे राजनयिक हों या अन्य। वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘इसलिए, हमें इस तरीके से कार्य करना होगा कि यह लड़ाई निर्णायक रूप से हमारे द्वारा जीती जाए क्योंकि पाकिस्तान एक दुष्ट राज्य के रूप में हमारे पड़ोस में अपनी पारंपरिक भूमिका छोड़ने को तैयार नहीं है।’’ वैश्विक व्यापार सम्मेलन में बोलते हुए जेटली ने कहा, ‘‘यह एक हफ्ते की लड़ाई नहीं है। इसे विभिन्न रूपों में लड़ा जाना चाहिए।’’ भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच के बारे में बातचीत करते हुए जेटली ने कहा कि अभी माहौल शत्रुतापूर्ण है और इसलिए देश को उनके साथ दोस्ताना या प्रतिस्पर्धी मैच खेलते नहीं देखा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘(इस मुद्दे पर)हम लोगों की भावनायें समझ सकते हैं ।’’