नई दिल्ली: भारत को अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर सौदे के आरोपी क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण के ऐवज में संयुक्त अरब अमीरात के शासक को उनकी लापता बेटी सौंपनी पड़ी थी। राजकुमारी शेखा लतीफा कुछ महीने पहले दुबई से समुद्र के रास्ते भागी थीं लेकिन भारतीय नौसेना ने अपने समुद्री क्षेत्र से गुजरते वक्त उन्हें पकड़ लिया था। ब्रिटिश अखबार द संडे टेलीग्राफ की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, राजकुमारी ने पिछले साल एक नौका में दुबई से भागने की कोशिश की थी लेकिन भारतीय नौसेना ने उन्हें पकड़ लिया था। इसके लिए उन्होंने अपना भेष बदला था। ऐसा दावा किया जाता है कि राजकुमारी लतीफा मनोरोगी हैं और उन्हें दवाओं के भारी डोज दिए जाते हैं। यह भी दावा किया जाता है कि उन्हें आखिरी बार 5 मार्च को एक नाव में अमीरात और भारतीय नौसेना के अफसरों के साथ देखा गया था।
पूर्व फ्रांसीसी जासूस हेरेव जुबेर और लंबे समय की दोस्त टीना जौहाइएनन की मदद से भागने की कोशिश के बाद लतिफा से एक नौका को छीन लिया गया था। उन्होंने भारत जाने के लिए जलयात्रा की थी, जहां से लतिफा को अमेरिका में राजनीतिक शरण का दावा करने की उम्मीद की थी, लेकिन तट से सिर्फ 30 मील की दूरी पर हथियारबंद लोगों द्वारा रोक लिया गया।
सूत्रों की मानें तो भारतीय नौसेना को भी दो मार्च को एसओएस मिला था, जिसमें ये जानकारी थी कि दुबई की राजकुमारी गोवा के पास से लापता हो गई है। जानकारी मिलते ही भारतीय नौसेना हरकत में आई और लापता राजकुमारी को ढूंढने का काम शुरू हुआ। इसी दौरान नेवी को गोवा के तट से कुछ दूरी पर एक संदिग्ध जहाज नजर आया।
नई दिल्ली के यूरोपीय और एशियाई सूत्रों के हवाले से टेलीग्राफ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इस डील के लिए भारत की तरफ से पहल की गई थी। मिशेल की कानूनी टीम के एक सदस्य ने भी इसकी आशंका जताई है।
बता दें कि राजकुमारी शेखा लतीफा दुबई के शासक और यूएई के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की बेटी हैं। राजकुमारी अल मकतूम के 30 बच्चों में से एक हैं। बीबीसी की डॉक्युमेंट्री के मुताबिक लतीफा ने लगातार 7 सालों तक भागने की तैयारी की थी।