नई दिल्ली: भारतीय रेल मंत्रालय ने पाकिस्तान की ओर जाने वाली और वहां से आने वाली समझौता एक्सप्रेस ट्रेन को बंद करने के बाद अब भारतीय रेल मंत्रालय ने सभी यात्रियों का किराया लौटाने का फैसला करते हुए भारत की तरफ से भी ट्रेन का परिचालन बंद कर दिया है। इससे पहले पाकिस्तान ने अपनी तरफ से थार एक्सप्रेस और समझौता एक्सप्रेस ट्रेन सेवा रद्द करने की घोषणा की थी।
समझौता एक्सप्रेस सप्ताह में दो बार वाघा रेलवे स्टेशन के रास्ते लाहौर से अटारी के बीच तक चलती थी और थार एक्सप्रेस जोधपुर और मुनाबाओ के बीच सप्ताह में एक बार चलती है। उल्लेखनीय है कि 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद इन दोनों ही ट्रेन सेवाओं को रोक दिया गया था, जो 2006 में दोबारा शुरू की गई थी।
पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा था कि शुक्रवार की देर रात अंतिम ट्रेन भारत के लिए रवाना होगी। यह जानकारी आधिकारिक एपीपी संवाद समिति ने दी। एजेंसी ने रेल मंत्री के हवाले से कहा, ‘‘जब तक मैं रेल मंत्री हूं थार और समझौता एक्सप्रेस की सेवाएं रद्द रहेंगी।’’
उन्होंने कहा कि 133 किलोमीटर लंबी नयी पटरियां 13 अरब रुपये की लागत से बनी थी और अब इन पटरियों का इस्तेमाल थार कोयलापरियोजना के लिए किया जाएगा। थार एक्सप्रेस राजस्थान सीमा के आर-पार रहने वाले लोगों के बीच लोकप्रिय रही है और उन पाकिस्तानी हिंदुओं की भी पसंदीदा रही है जो भारत आना चाहते थे। एक अनुमान के मुताबिक पिछले 13 वर्षों में चार लाख से अधिक यात्रियों ने इस रेलगाड़ी की सेवा ली है।