नई दिल्ली: स्वामी रामदेव का कहना है कि आतंकवाद के खात्मे के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का भी भारत में विलय कर देना चाहिए भले ही इसके लिए युद्ध क्यों न करना पड़े। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को इस काम में हिचकिचाना नहीं चाहिए। स्वामी रामदेव इंडिया टीवी के कॉन्क्लेव 'वंदे मातरम्' में रजत शर्मा के सवालों का जवाब दे रहे थे।
स्वामी रामदेव ने नवाज शरीफ पर हमला बोलते हुए कहा कि इसे पीएम मोदी ने बड़ा शरीफ समझा था लेकिन ये तो बड़ा बदमाश निकला। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में पंजाब के मुसलमान अन्याय और अत्याचार कर रहे हैं। जिस तरीके से भी हो हमें बलूचों को आजाद करना चाहिए।
कश्मीर में आतंकवाद पर रामदेव ने कहा, 'रोज-रोज की शहादत से अच्छा है कि एक बार आर-पार की लड़ाई हो जानी चाहिए। जिनको योग की भाषा समझ में नहीं आती उनके लिए युद्ध ही अपरिहार्य है। भेड़िए को कितना भी मालपुआ खिलाओ वह मांसाहार नहीं छोड़ सकता।' स्वामी रामदेव ने कहा कि राजनीतिक आजादी महत्वपूर्ण है लेकिन हमारी आजादी तभी सुरक्षित रह सकती है जब हम आतंकवाद को खत्म करने का संकल्प लें। क्योंकि एक अकेला आतंकवाद बड़े-बड़े देश को बर्बाद कर सकता है। हमारी सारी आजादी सभी सुरक्षित रह सकती है जब देश को आतंकवाद से आजादी मिले। वंदे मातरम पर आपत्ति के बारे में रामदेव ने कहा कि कुछ लोगों को जुबान समझ नहीं आती। वंदे मातरम का अर्ध है कि जबतक मेरे शरीर में खून का एक बूंद है तबतक मैं देश की सेवा करूंगा।
हामिद अंसारी के बयान पर स्वामी रामदेव ने कहा, 'हमारे उपराष्ट्रपति जो रिटायर हुए ऐसे लोगों को भगवान सदबुद्धि दे। इस मुल्क के सिरमौर पद पर बैठने के बाद भी आप कह रहे हैं इस मुल्क में अल्पसंख्यक भयभीत है। जो लोग बड़े ओहदों पर बैठे हैं उन्हें सकारात्मक बातें करनी चाहिए। मुझे लगता है यो बौद्धिक दिवालियापन है।'
पाकिस्तान में चल रहे सेना के ऑपरेशन के सवाल पर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि एक देश और एक कानून बहुत जरूरी है। अब यदि नहीं कर पाएंगे तो कब करेंगे। अभी जब देश को एक मजबूत प्रधानमंत्री मिला है तो ये तो होना ही चाहिए। हम जो जम्मू-कश्मीर के लिए कर रहे हैं वो दुनिया के सामने नजीर है। ऐसा दुनिया के किसी हिस्से में नहीं होता। स्वामी रामदेव ने कहा कि मोदी जी से हिमालय जैसी उम्मीद है। मुझे लगता है वो सभी वादे पूरे करेंगे। बाकी मैं तो लोगों के साथ हूं... जब बोलोगे लोगों के साथ खड़े हो जाऊंगा।