चंडीगढ़: क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने आज उम्मीद जताई कि इमरान खान के पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने से भारत-पाक संबंधों में सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि वह इमरान के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने के इच्छुक हैं। पंजाब के मंत्री ने केंद्र सरकार से इजाजत मिलने की ओर संकेत करते हुए कहा, “अगर मुझे अनुमति मिली, तो मैं निश्चित तौर पर जाउंगा। यह बहुत बड़ा सम्मान है।”
सिद्धू ने कहा, “मेरी निजी राय है कि खिलाड़ी बाधाओं को तोड़ते हैं। वे लोगों को एकजुट करते हैं। मैं इमरान खान में एक महान खिलाड़ी देखता हूं और उन्हें ऐसे व्यक्ति के तौर पर देखता हूं जो मानवता के लिए हमेशा अच्छा करेंगे। मुझे बड़ी उम्मीदें हैं कि संबंधों में सुधार होगा।” उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यह एक नया युग हो सकता है।’’
उन्होंने कहा कि खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद पाकिस्तान के ननकाना साहिब में अगले साल गुरू नानक देव की 550 वीं जयंती के समारोहों को देखने का सपना हकीकत में तब्दील हो सकेगा। वहीं, भाजपा सांसद सुब्रहमण्यम स्वामी ने न्यौता स्वीकार करने को लेकर उनकी आलोचना करते हुए कहा कि वहां (शपथ ग्रहण समारोह में) जाने का सिद्धू का फैसला जोखिम भरा है क्योंकि इमरान नीत सरकार आतंकवादियों के लिए एक मोर्चा होगी। हालांकि, सिद्धू ने पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर को एक “यूनानी देवता” और एक “शुद्ध आत्मा” भी बताया।
सिद्धू का नाम उन भारतीय हस्तियों में शामिल है जिन्हें खान के शपथ समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। उनके अलावा आमिर खान और पूर्व क्रिकेटरों कपिल देव और सुनील गावस्कर को भी न्यौता भेजा गया है। गौरतलब है कि पाकिस्तान में 25 जुलाई को हुए आम चुनाव में खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। ऐसी रिपोर्टे हैं कि खान ने 11 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने की बात कही है।