नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गुरुवार को दिल्ली में आयोजित सरदार पटेल मैमोरियल लेक्चर के दौरान कहा कि अगले 10 वर्षों के लिए भारत को एक मजबूत, स्थिर और निर्णायक सरकार की जरूरत है। देश के लिए कमजोर गठबंधन खराब रहेगा। उन्होनें आगे कहा कि भारत अगले कुछ सालों तक सॉफ्ट पावर नहीं बन सकता क्योंकि उसे आगे आने वाले सालों में कई बड़े और साहसिक फैसले लेने होंगे।
डोभाल ने कहा कि अगर हमें बड़ी शक्ति बननी है तो हमारी अर्थव्यवस्था बड़ी होनी चाहिए, इसे विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी होना चाहिए और यह तब हो सकता है जब हम तकनीकी रूप से आगे हो। इसके लिए सभी रक्षा हार्डवेयर प्रौद्योगिकी का 100 फीसदी हस्तांतरण होना चाहिए। यह नई सरकार की नीति है।
डोभाल ने चीन की कंपनी अलीबाबा का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे चीन की अलीबाबा और अन्य कंपनियां बड़ी बन गई, उन्होनें कहा कि चीन की सरकार ने उन्हें बड़ा बनने के लिए समर्थन दिया। हम चाहते हैं कि भारतीय प्राइवेट सेक्टर कंपनियों को भारतीय सामरिक हितों का प्रचार करना चाहिए।