नई दिल्ली। अमेरिका और ईरान के बीच बढ़े तनाव के बीच भारत के लिए राहत की खबर आई है। भारत में ईरान के राजदूत अली चेगेनी ने कहा है कि चाबाहार पोर्ट के लिए भारत को घबराने की जरूरत नहीं है और यह प्रोजेक्ट चलता रहेगा। अली चेगेनी ने कहा कि चाबाहार पोर्ट भारत, ईरान, अफगानिस्तान, यूरोप और और पूरी गल्फ खाड़ी की मित्रता का प्रतीक है ऐसे में यह प्रोजेक्ट चलता रहेगा। ईरान में स्थित चाबाहार पोर्ट को भारत की मदद से बनाया गया है और इस पोर्ट में भारत का बहुत बड़ा निवेश हुआ है।
भारत में ईरान के राजदूत अली चेगेनी ने यह भी कहा है कि भारत की तरफ से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव को कम करने के लिए अगर कोई पहल की जाती है तो ईरान उसका स्वागत करेगा।
अली चेगेनी ने कहा कि उनका देश ईरान युद्ध के पक्ष में नहीं है, हम इस क्षेत्र में हम भारत के अपने भाई बहनों के साथ शांतिपूर्वक रह रहे हैं, उन्होंने कहा कि ईरान इस क्षेत्र में किसी तरह का तनाव या खिंचाव नहीं चाहता।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह शुक्रवार को इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव अभूतपूर्व रूप से बढ़ गया है। ईरान द्वारा इराक स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइल हमला किए जाने के कुछ ही घंटे बाद चेगेनी ने यह बयान दिया है।
इराक में अमेरिकी सैन्य बेस पर ईरानी हमले के संबंध में चेगेनी ने कहा कि उनके देश में अपनी सुरक्षा करने के अधिकार के तहत जवाब दिया है। सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ और अमेरिकी समकक्ष माइक पोम्पिओ से बातचीत कर बढ़ते तनाव पर भारत की चिंता जतायी।