नयी दिल्ली: भारत ने कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा कथित तौर पर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के पाकिस्तान के आरोप को झूठ बताते हुए शुक्रवार को इसे खारिज कर दिया। इसके साथ ही भारत ने कहा कि पड़ोसी देश से पनपने वाले आतंकवाद से अंतरराष्ट्रीय ध्यान भटकाने के लिए किए जा रहे "दुर्भावनापूर्ण प्रयास" सफल नहीं होंगे। भारत ने यह भी कहा कि नाकाम उम्मीदों के साथ पाकिस्तान इस मकसद से झूठ को दोहराने के लिए गैर जिम्मेदाराना तरीके से काम कर रहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय उनके झूठ पर विश्वास करने लगेगा।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि भारतीय सेना ने कश्मीरियों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का प्रयोग किया था। आरोपों के बारे में मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, "हम भारतीय नागरिकों के खिलाफ भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा रासायनिक हथियारों के कथित इस्तेमाल के बारे में पाकिस्तान के आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हैं।"
उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप नए नहीं हैं और ये पूरी तरह से निराधार हैं। कुमार ने कहा कि भारत किसी के भी द्वारा, किसी भी समय और दुनिया में कहीं भी रासायनिक हथियारों के उपयोग का पूरा विरोध करता रहा है। उन्होंने कहा कि भारत रासायनिक हथियार संधि (सीडब्ल्यूसी) का एक मूल हस्ताक्षरकर्ता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने सीडब्ल्यूसी में भारत के योगदान और उसकी सतत वचनबद्धता को मान्यता दी है।
कुमार ने कहा, "इसलिए, यह गहरी चिंता का विषय है कि पाकिस्तान बार-बार ऐसे झूठे आरोप लगाने की कोशिश करता है।" उन्होंने जोर दिया कि पाकिस्तान से पनपने वाले आतंकवाद के बारे में अंतरराष्ट्रीय राय बदलने के लिए इस तरह के "दुर्भावनापूर्ण प्रयास" सफल नहीं होंगे।