नयी दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने आतंकवाद विरोध और सैन्य आयामों समेत कई स्तरों पर भारत-अमेरिका संबंधों में अवसरों का आज जिक्र किया और कहा कि उनकी यात्रा का मकसद दुनिया के दो सबसे पुराने लोकतंत्रों के बीच साझेदारी को मजबूत करना है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत बनने के बाद भारत की पहली यात्रा पर आयी हेली ने जोर दे कर कहा कि लोगों और उनके अधिकारों की स्वतंत्रता की तरह ही धार्मिक स्वतंत्रता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। भारतीय - अमेरिकी हेली ने भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर के साथ यहां मुगल बादशाह हुमायूं के मकबरे का दौरा किया और अपनी यात्रा को घर वापसी बताया। (जम्मू एवं कश्मीर में पुलिस अधिकारी लापता, हिज्बुल मुजाहिद्दीन से जुड़ने की खबर )
उन्होंने कहा , ‘‘ भारत वापस आकर मेरा दिल खुश हो गया है। यह उतना ही खूबसूरत है जितना मुझे याद है। वापस घर आना हमेशा अच्छा लगता है। मेरे माता - पिता ने कहा कि मैं पागल हूं जो इस साल इस समय आ रही हूं क्योंकि बहुत गर्मी है। लेकिन मैं आपको बताऊं कि भारत आने के लिए गर्मी झेली जा सकती है। ’’ भारत - अमेरिका संबंधों की शक्ति के बारे में उन्होंने कहा कि दोनों देश सबसे पुराने लोकतंत्र हैं जिनके लोगों , आजादी और अवसरों के साझे मूल्य हैं। हेली ने कहा , ‘‘ हम अमेरिका और भारत के बीच उन अवसरों को कई तरीकों से देखते हैं चाहे वह आतंकवाद के विरोध में हो , चाहे इस बात में कि हम लोकतांत्रिक अवसरों को जारी रखना चाहते हैं और सैन्य आयामों में अधिक मजबूती से एक साथ काम शुरू करना चाहते हैं। ’’
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच कई चीजें एक जैसी हैं तथा उनकी यात्रा का मकसद इस दोस्ती को और मजबूत बनाना है। अमेरिकी राजनयिक ने कहा , ‘‘ आज के समय में हम भारत और अमेरिका के लिए एक साथ आने के कई कारण देखते हैं। मैं भारत के लिए हमारे प्यार , भारत और अमेरिका की दोस्ती में हमारे विश्वास तथा इस रिश्ते को और मजबूत बनाने की हमारी इच्छा को फिर से मजबूत बनाने के लिए यहां आयी हूं। ’’ हुमायूं के मकबरे के संरक्षण की प्रशंसा करते हुए हेली ने कहा , ‘‘ हुमायूं का मकबरा इस बात की याद दिलाता है कि हम संस्कृति की कितनी कद्र करते हैं और भारत संस्कृति की कितनी कद्र करता है। ’’
हेली का कल शहर के धार्मिक स्थलों का दौरा करने का कार्यक्रम है। उन्होंने धार्मिक स्वतंत्रता की जरुरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा , ‘‘ हमारा मानना है कि अधिकारों की आजादी और लोगों की आजादी के जितनी ही धार्मिक स्वतंत्रता महत्वपूर्ण है। ’’ हेली अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों , कारोबारी नेताओं और छात्रों से मुलाकात करेंगी। हेली साल 2014 में भारत आयी थी जब वह साउथ कैरोलीना की गवर्नर थीं। पंजाब के सिख प्रवासी की बेटी हेली किसी भी अमेरिकी सरकार में मंत्रिमंडल स्तर के पद पर पहली भारतीय मूल की नागरिक हैं।