हैदराबाद। विवादित बोल जिनकी पहचान बन चुके हैं, उन AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बयान दिया है कि भारत एक हिंदू राष्ट्र नहीं है और इंशाह अल्लाह कभी होगा भी नहीं, असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा नेता और असम के मंत्री हिमंता बिस्व सरमा के ट्वीट के जवाब में अपने ट्विटर हेंडल से यह बात कही है।
ओवैसी ने अपने ट्वीट में कहा ‘‘भारत को सभी भारतीयों की रक्षा करनी चाहिए, सिर्फ हिंदुओं की नहीं, टू नेशन थ्योरी के उपासक कभी नहीं समझ सकते कि यह देश किसी एक मत से बहुत-बहुत बड़ा है, संविधान कहता है कि भारत हर मत, संप्रदाय और जाती को समानता प्रदान करेगा। यह एक हिंदू राष्ट्र नहीं है और इंशाह अल्लाह कभी होगा भी नही।’’
ओवैसी ने अलगे ट्वीट में लिखा ‘‘हम ऐसे देश हैं जिन्होंने कई पीड़ित समुदायों (हिंदुओं और गैर-हिंदुओं) का स्वागत किया है, वे संभावित नागरिक नहीं हैं। धर्म कभी भी नागरिकता का आधार नहीं हो सकता। हमारे पूर्वजों ने इसे अस्वीकार कर दिया जब उन्होंने संविधान का मसौदा तैयार किया और गोडसे की औलाद इसे इतनी आसानी से बदल नहीं सकती।’’
दरअसल ओवैसी ने असम में राष्ट्रीय नागरिकता रिजिस्टर को लेकर सवाल उठाए थे और आरोप लगाया था कि मुस्लिमों को बाहर करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है, उन्होंने कहा था कि असम के मंत्री हिमंता बिस्व सरमा कह रहे हैं कि हिंदुओं को बचाया जाएगा। ओवैसी के इस आरोप के जवाब में हिमंता बिस्व सरमा ने कहा था अगर भारत हिंदुओं को संरक्षण नहीं देगा तो कौन देगा? क्या पाकिस्तान देगा? हिमंता बिस्व सरमा ने ओवैसी को कहा था कि आपके (ओवैसी के) विरोध के बावजूद पीड़ित हिंदुओं के लिए भारत हमेशा उनका घर रहेगा।