नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान से स्पष्ट करने को कहा है कि करतारपुर साहिब के लिए पासपोर्ट की जरूरत पड़ेगी या नहीं। सूत्रों ने बुधवार को इस बारे में बताया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट किया है कि करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं को पासपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन समझौते के मुताबिक पासपोर्ट की जरूरत होगी।
सूत्रों ने बताया कि अगर कोई बदलाव होता है तो समझौते में संशोधन करना पड़ेगा। एक सूत्र ने बताया, ‘‘हमारी सुरक्षा एजेंसियां चौकस रहेंगी। पाकिस्तान का बृहद लक्ष्य अलगाववाद को बढ़ावा देना है।’’ उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने विशिष्ट लोगों के लिए इंतजामों तथा जरूरी चीजों के बारे में अवगत कराने के लिए अग्रिम टीम भेजने के भारत के अनुरोध पर अब तक जवाब नहीं दिया है।
सूत्र ने बताया कि पाकिस्तान से उच्च स्तरीय शख्सियतों के लिए समुचित इंतजाम करने के बारे में कहा गया है। करतारपुर गलियारा भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नरोवाल जिले में स्थित करतारपुर में दरबार साहिब से जोड़ेगा। दरबार साहिब अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।