नई दिल्ली: भारत ने अभी तक अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और जर्मनी सहित 15 देशों के 170 लोगों को नेपाल से सुरक्षित बाहर निकाला है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया है, 'मुसीबत के दोस्त। भारत ने 15 देशों के 170 नागरिकों को व्यावसायिक और भारतीय वायुसेना के विमानों के जरिये नेपाल से निकालने में सहायता की।'
जिन विदेशी नागरिकों को निकाला गया है, उनमें ब्राजील के चार, चेक गणराज्य के 20, फ्रांस के पांच, जर्मनी के आठ, पोलैंड के 33, रूस और दक्षिण अफ्रीका के दो-दो, स्पेन के 71, स्विट्जरलैंड का एक, तंजानिया के चार, ब्रिटेन के तीन, यूक्रेन के पांच और अमेरिका के 10 नागरिक हैं।
इस बीच भारत ने नेपाल के भूकंप प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव अभियान का दायरा बढ़ाते हुए गोरखा सैनिकों को दूरदराज के इलाकों में भेजा, ताकि वे पता लगा सकें कि किस तरह की मदद की दरकार है।
बचाव कार्य के चौथे दिन एनडीआरएफ के बचावकर्मी तथा वायु सेना के विमानों ने पोखरा के पास काठमांडू घाटी से आगे पहुंचना शुरू कर दिया है। काठमांडू के बाहर प्रभावित इलाकों में हेलीकाप्टर लगाए गए हैं। एक एनएन-32 विमान आज पोखरा उतरा।
नेपाल में शनिवार को आए भूकम्प के बाद भारत में मरने वालों की संख्या 75 हो गयी है जिनमें 58 बिहार के लोग हैं।
सड़क मार्ग से नेपाल से लोगों को बचाकर लाने का अभियान जारी है। इस बीच 4000 और लोग भारत के लिए इस रास्ते रवाना हुए हैं।
विदेश सचिव एस जयशंकर ने बताया कि 80 बसों से करीब 4000 भारतीय आज रात भारत पहुंच रहे हैं। भारत नेपाल सीमा पार कर ये उत्तर प्रदेश के गोरखपुर आएंगी। उन्होंने कहा कि कल 100 और बसों के नेपाल जाने की उम्मीद है जो वहां राहत सामग्री पहुंचाकर यात्रियों को वापस लाएगी।