नई दिल्ली: डोकलाम को लेकर पिछले दो महीने से सेना की तैनाती को लेकर चीन से तनातनी जा रही है। लद्दाख से लेकर उत्तराखंड के बॉर्डर तक चीनी फौज अपनी चालबाजी से बाज नहीं आ रहा है। चीन के इन नापाक चाल को भांपते हुए सेना ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। देश की सुरक्षा के लिए बनी सबसे पॉवरफुल कमेटी की कल मीटिंग हुई। चीफ ऑफ स्टॉफ कमेटी की इस मीटिंग में तीनों सेना के चीफ आपस में मिले और डोकलाम से लेकर लद्दाख तक चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की रणनीति बनाई गई। मीटिंग में ये तय हुआ कि सिक्किम से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक के 1400 किलोमीटर तक फैले भारत-चीन बॉर्डर पर सेना की तैनाती बढ़ाई जाए। ये भी पढ़ें: अमेरिका में बना सबसे बड़ा हिंदू मंदिर? जानिए दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिर का सच
ये मीटिंग इस मायने में भी काफी अहम है क्योंकि डोकलाम को लेकर चीन लगातार गीदड़भभकी दे रहा है और अब तो हालात ये हो गए हैं कि चीनी मीडिया की ओर से अल्टीमेटम तक जारी किए जा रहे हैं। दरअसल चीन के सरकारी मीडिया की ओर से भारत पर दबाव बनाने की कोशिशों का सिलसिला लगातार जारी है। चीनी मीडिया की एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर भारत और चीन के बीच डोकलाम में गतिरोध बरकरार रहता है तो चीन की तरफ से भारत को सितंबर से पहले अल्टिमेटम जारी किया जा सकता है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में ये बात चीनी नौसेना के पूर्व ऐडमिरल के हवाले से कही गई है।
अगर ये स्थिति जारी रही और सितंबर में अल्टीमेटम की मियाद खत्म होने के बाद भी अगर भारत की सेना चीन के इलाके में मौजूद रहती है तो उसके अंजाम के लिए खुद भारत जिम्मेदार होगा। चीन की इस चालबाजी को मात देने के लिए आर्मी चीफ बिपिन रावत तीन दिनों के लद्दाख दौरे पर जा रहे हैं। इस दौरान चीन से लगी सीमा पर सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेंगे और टॉप कमांडरों से रणनीति पर चर्चा करेंगे।