कोलकाता। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि देश कोविड-19 के सात और नए टीके विकसित कर रहा है और देश के सभी लोगों को टीका लगाने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि टीके को खुले बाजार में उतारने की केन्द्र सरकार की फिलहाल कोई योजना नहीं है और इसका फैसला परिस्थिति के अनुसार किया जाएगा। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि 50 साल से ज्यादा आयु के लोगों को कोविड-19 का टीका लगाने का काम मार्च से शुरू होगा।
हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘हम सिर्फ दो टीकों पर निर्भर नहीं है क्योंकि देश सात और स्वदेशी टीके विकसित करने पर काम कर रहा है। साथ ही हम और टीके विकसित करने पर भी काम कर रहे हैं क्योंकि भारत विशाल देश है और सभी तक पहुंचने के लिए हमें और लोगों और अनुसंधान की जरुरत है।’’
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि सात नए टीकों में से तीन टीके परीक्षण के चरण में, दो टीके प्री-क्लिनिकल चरण में, एक फेज-1 और एक अन्य फेज-2 के परीक्षण के चरण में है। उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल कोविड-19 का टीका आपात स्थिति के आधार पर लगाया जा रहा है और पूरी निगरानी तथा नियंत्रित तरीके से टीकाकरण किया जा रहा है। अगर टीके को खुले बाजार में उतार दिया जाए तो उनपर कोई नियंत्रण नहीं रह जाएगा। स्थिति के आधार पर फैसला लिया जाएगा।’’
देश में 56 लाख से अधिक लोगों का हुआ टीकाकरण: स्वास्थ्य मंत्रालय
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि देश में अब तक 56 लाख से अधिक लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाया जा चुका है और टीकाकरण के बाद गंभीर प्रतिकूल प्रभाव या मौत हो जाने का कोई मामला सामने नहीं आया है। मंत्रालय में अवर सचिव मनोहर अगनानी ने कहा कि अब तक कुल 56,36,868 लोगों को टीका लगाया गया है, जिनमें से 52,66,175 स्वास्थ्यकर्मी और 3,70,693 अग्रिम मोर्चे के कर्मी हैं।