नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार पहले क्वॉड शिखर सम्मेलन में कहा कि भारत की वैक्सीन उत्पादन की क्षमता को बाकी सदस्य देशों के सहयोग से विस्तारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने सुरक्षित कोविड-19 टीकों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण क्वाड भागीदारी शुरू की है। बैठक के बाद विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि शुक्रवार के क्वाड शिखर सम्मेलन में टीके, जलवायु परिवर्तन, उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे समकालीन मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए सकारात्मक एजेंडा अपनाया गया। बता दें कि इस सम्मेलन में पीएम मोदी के अलावा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हिस्सा लिया।
‘कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में हम एकजुट हैं’
पीएम मोदी ने भारत में वैक्सीन निर्माण के महत्व पर बात करते हुए कहा, ‘टीका, जलवायु, उभरती प्रौद्योगिकी पर चर्चा ‘क्वाड’ को वैश्विक भलाई और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता के लिए सकारात्मक शक्ति बनाते हैं। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में हम एकजुट हैं, हमने सुरक्षित कोविड-19 टीकों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण क्वाड भागीदारी शुरू की है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों की मदद के लिए भारत की टीका उत्पादन क्षमता को जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के सहयोग से विस्तारित किया जाएगा।’ वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले ‘क्वाड’ शिखर सम्मेलन में कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग के लिए ‘क्वाड’ महत्वपूर्ण मंच बनने जा रहा है।
मोदी ने कहा, क्वॉड विकसित हो चुका है
क्वॉड शिखर सम्मेलन में मोदी ने कहा, ‘हम अपने लोकतांत्रिक मूल्यों और मुक्त तथा समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर अपनी प्रतिबद्धता के लिए एकजुट हैं। आज हमारे एजेंडा में टीका, जलवायु परिवर्तन और उभरती प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्र शामिल हैं, जिससे ‘क्वाड’ को विश्व के लिए फायदेमंद बनाने को बल मिलता है। मैं इस सकारात्मक दृष्टिकोण को भारत के वसुधैव कुटुंबकम के दर्शन के विस्तार के तौर पर देखता हूं, जो कि पूरी दुनिया को एक परिवार मानता है। साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने और सुरक्षित, स्थिर, समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए पहले से कहीं अधिक साथ मिलकर, निकटता से काम करेंगे। आज का सम्मेलन दिखाता है कि ‘क्वाड’ विकसित हो चुका है और यह अब क्षेत्र में स्थिरता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बना रहेगा।