नयी दिल्ली: भारत ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक कार्यक्रम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। इस हमले में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट रहना चाहिए तथा आतंकवाद के दोषियों तथा उसके प्रायोजकों को सजा देनी चाहिए। अफगानिस्तान की जातीय हाजरा समुदाय के नेता शहीद माजरी की याद में आयोजित इस कार्यक्रम में शुक्रवार को कई राजनीतिक नेता मौजूद थे।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत काबुल में शहीद माजरी की याद में आयोजित कार्यक्रम में घृणित आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता है। इस कार्यक्रम में कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।’’ उसने कहा, ‘‘हम मृतकों के परिजन और घायलों तथा अफगानिस्तान की सरकार और जनता के प्रति संवदेनाएं व्यक्त करते हैं।’’
यह आतंकवादी हमला ऐसे समय में हुआ है, जब हाल ही में तालिबान और अमेरिका ने ऐतिहासिक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे अफगानिस्तान से अमेरिकी फौज की वापसी की राह तैयार हुई। इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
बता दें कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बंदूकधारियों की गोलीबारी में 32 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए। बाद में सुरक्षाबलों ने दो हमलावरों को मार गिराया। इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और एक वेबसाइट के जरिए दावा किया है कि अफगानिस्तान में शियाओं के खिलाफ जंग शुरू हो गई है।
हाजरा नेता अब्दुल अली माजरी की याद में आयोजित कार्यक्रम में शामिल ज्यादातर लोग शिया थे। इसमें अफगानिस्तान के विपक्ष के नेता अब्दुल्ला अब्दुल्ला भी मौजूद थे लेकिन हमले से चंद मिनट पहले वो वहां से चले गए थे।