लद्दाख. लद्दाख में भारतीय सेना और चीन की PLA के बीच गतिरोध जारी है। हालांकि यहां से एक अच्छी खबर है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गलवान घाटी समते तीन जगहों पर चीन के सैनिक अपने infantry combat vehicles के साथ 2.5 किलोमीटर पीछे हट गए हैं। चीन के सैनिक Patrolling Point 15 and Hot Springs इलाके में भी पीछे हटे हैं। भारत ने भी अपने कुछ सैनिकों को पीछे हटाया है। सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनों में मिलिट्री कमांडर लेवल बातचीत होगी और साथ में डिप्लोमेटिक बातचीत भी जारी रहेगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कोर कमांडर लेवल की मीटिंग के बाद एक साथ 3 इलाकों में disengagement हुआ है। इस disengagement का मक़सद है हालात को स्थिर और कंट्रोल में लाना है। पेंगोंग शो के इलाक़े के इलावा इस समय गोगरा पोस्ट और गल वान इलाक़े में दोनों तरफ़ से तैनाती कम हुई है। आज पहले चीनी जवान 300-400 की संख्या में पीछे की तरफ़ आते हैं और उनके इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल यानी बख्तरबंद गाड़ियों में बैठकर वो पीछे हटे। उनको टेंट्स की तादाद में भी कमी आई है।
सूत्रों ने बताया कि हाई लेवल मिलिट्री कमांडर मीटिंग के बाद ये काम तो हुआ है, लेकिन कहीं से भी भारतीय सेना कोई चूक की गुंजाइश नहीं रख रही है। इसीलिए DS DBO रोड और शॉक नदी के चारों तरफ़ दूसरी लेयर की तैनाती है। इस समय पूरी तरह से नहीं कहा जा सकता कि चीन अप्रैल 2020 के स्टेटस को की तरफ़ पहुंच गया है लेकिन एक्सपर्ट्स इसे एक पॉज़िटिव क़दम मान रहे हैं। पैंगोंग सो में अभी भी हालात ज्यों के त्यों हैं। भारत में भी अभी एक कंस्ट्रक्शन शुरू नहीं किया है और चीन ने भी अपनी पोज़ीशन को पार नहीं किया है।