कोलकाता. लद्दाख में लंबे समय से चीन के साथ LAC पर विवाद जारी है। दोनों देशों के सेनाएं LAC पर आमने सामने खड़ी हैं। ऐसे हालात के बीच CDS बिपिन रावत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कोलकाता में कहा कि कोरोना महामारी के बीच चीन द्वारा वास्तविक वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर यथास्थिति को बदलने का प्रय़ास जल,थल और नभ में उच्च-स्तरीय तैयारी आवश्यकताएं पर बल देता है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि भारतीय सशस्त्र बल हमारी सीमा की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे- चाहे तो जमीन पर हो, हवा में हो या फिर समुद्र में।
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उन्होंने आगे कहा कि हम लद्दाख में एक गतिरोध की स्थिति में हैं और इस समय चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में कुछ गतिविधि चल जा रही है। हर देश अपनी सुरक्षा के लिए अपनी रणनीतिक रुचि के आधार पर तैयारी करना जारी रखेगा। उन्होंने कहा, "मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम हर उस घटना के लिए तैयार हैं, जिसके होने की संभावना है।"
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जब CDS बिपिन रावत से पाकिस्तान की तरफ से लगातार किए जा रहे सीजफायर उल्लंघन को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष को अधिक चिंतित होना चाहिए। हम पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपने सिस्टम में तकनीक से युद्ध लड़ने का भविष्य देखें। हमारे पास उत्तरी सीमाओं पर किसी भी खतरे या चुनौती का सामना करने के लिए पर्याप्त सैन्य बल है।
कोई वायरस हमारे सशस्त्र बलों को उनकी ड्यूटी करने से नहीं रोक सकता: राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को सशस्त्र बलों की सराहना करते हुए कहा कि जब दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही थी, तब भारतीय सशस्त्र बल हमारी सीमाओं की बहादुरी से रक्षा कर रहे थे। सिंह ने कहा कि कोई वायरस हमारे सशस्त्र बलों को उनकी ड्यूटी करने से नहीं रोक सकता। हिमालय की सीमाओं पर अक्रामकता की स्थिति पर उन्होंने कहा , ‘‘हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही है, मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है।’’पढ़ें- गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का हंगामा
वहीं लद्दाख में बल के साहस की उन्होंने सराहना की और कहा कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सशस्त्र बलों की भारी तैनाती है और इन परीक्षा की घड़ियों में हमारी सेनाओं ने अनुकरणीय साहस दिखाया है। सिंह ने कहा, ‘‘हमारे सशस्त्र बलों ने उनका (चीनी सेना) बेहद बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया।’’
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सीमा पार आतंकवाद और पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ हम सीमापार आतंकवाद के शिकार रहे हैं, इस संकट से हम उस समय भी अकेले लड़ते रहे जब हमारा समर्थन करने वाला कोई नहीं था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया भर के देशों को यह समझ आ गया है कि हम इस बारे में सही थे कि पाकिस्तान आतंकवादियों का गढ़ बन रहा है।’’ देश में जारी किसान आंदोलन के बीच सिंह ने कहा, ‘‘ हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।’’ रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘कृषि एक ऐसा क्षेत्र है, जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा।’’