लेह. भारत-चीन गतिरोध को लेकर 'बेहद आपत्तिजनक' ऑडियो क्लिप को लेकर लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी)-करगिल के एक पार्षद को शनिवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस ऑडियो में भारत-चीन के बीच हाल में हुई हिंसक झड़प के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सेना का मजाक उड़ाया गया है। यह ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि करगिल जिले में शकर क्षेत्र से पार्षद जाकिर हुसैन के खिलाफ यह कार्रवाई शुक्रवार को पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के बाद की गई है। उन्होंने बताया कि पार्षद ने हालांकि अपने बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। हुसैन लंबे से समय से कांग्रेस के कार्यकर्ता थे और इस मुद्दे पर पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया है।
एलएएचडीसी लेह और करगिल ने कहा कि लद्दाख की पूरी आबादी देशभक्त रही है और देश की संप्रभुता की रक्षा में हमेशा पूरी तरह से सेना के साथ रही है। ऑडियो क्लिप में पार्षद को प्रधानमंत्री के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए और चीन के साथ हुए गतिरोध को लेकर सेना का मजाक उड़ाते हुए सुना जा सकता है।
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार की रात चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गये थे। इस मुद्दे पर माफी मांगते हुए हुसैन ने कहा, "एक लद्दाखी के रूप में और एक भारतीय के रूप में, मुझे हमेशा अपने देश और अपने लोगों पर गर्व रहा है और मैं यह विश्वास दिला सकता हूं कि मैं कभी ऐसा काम नहीं करूंगा जिससे मातृभूमि को कोई नुकसान हो।"
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुबह हुसैन को करगिल में एक घर से गिरफ्तार किया गया और उनसे पूछताछ की जा रही है जबकि फोन पर हुई इस बातचीत में शामिल उनके दोस्त को पकड़ने के प्रयास किये जा रहे है। एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि विश्वसनीय सूचना मिलने के बाद उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। हुसैन और उनके दोस्त के बीच हुई इस बातचीत को गंभीरता से लेते हुए लद्दाख कांग्रेस के अध्यक्ष रिग्जिन जोरा ने पार्षद को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
दो दिन पहले करगिल जिला इकाई ने पार्षद को कारण बताओ नोटिस जारी किया था लेकिन जोरा ने जवाब का इंतजार किये बगैर उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। हुसैन और उनके दोस्त के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत की निंदा करते हुए, एलएएचडीसी-करगिल ने कहा, "करगिल के लोगों का राष्ट्र की रक्षा करने और भारतीय सेना के साथ सबसे कठिन समय के दौरान खड़े रहने का एक लंबा इतिहास है। हम अपने राष्ट्र के प्रति अपनी असीम वफादारी को दोहराते हैं।"