नई दिल्ली। सीमा विवाद के मुद्दे पर भारत-चीन के बीच कमांडर स्तर की वार्ता कल (14 जुलाई, मंगलवार) एक बार फिर पूर्वी लद्दाख के चुशूल में होगी। भारतीय सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों देशों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास तनाव कम करने और सेना के पीछे हटने के दूसरे चरण को लेकर बात होगी। आगामी 16- 17 जुलाई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लेह में हाई सिक्योरिटी रिव्यू मीटिंग कर सकते हैं। कश्मीर के हालात पर चर्चा करने के लिए वो श्रीनगर में भी कोर कमांडर लेवल मीटिंग लेंगे।
इंडिया TV को मिली जानकारी के मुताबिक इस समय 30 जून को हुई कोर कमांडर लेवल मीटिंग के हिसाब से तीन फ़ेज जो तय किये गये थे उसमें से एक फ़ेज पूरा हो गया है। अभी भी जो दोनों तरफ़ से सहमति बनी है वो पेंगोंग सो मैं बरनि है उसके साथ साथ दूसरे और तीसरे चरण के लिए सेनाओं के साथ इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल मिसाइल रेडार आर्टिलरी गन बुल्डोजर और सैनिकों की तादाद को भी पीछे करना है और इसके लिए निर्णायक बातचीत आने वाले दो दिनों में हो सकती है। इंडिया TV को मिली जानकारी के मुताबिक इस समय डिप्लोमेटिक बातचीत के साथ साथ मिलिट्री लेवल बातचीत भी बेहद जरूरी है और इसीलिए इस बार फिर से चुशुल बातचीत होगी।
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बार फिर से लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल और साथ में लाइन ऑफ कंट्रोल के हालात पर पूरी नजर बनाने के लिए हाई लेवल सिक्योरिटी मीटिंग लेह और श्रीनगर में करेंगे। इंडिया TV को मिली जानकारी के मुताबिक़ 16 तारीख़ को राजनाथ सिंह 14वीं कोर में होंगे।यहाँ पर कोर कमांडर लेवल में हुई मीटिंग और साथ में अभी के हालात पर पूरी मैप और लाइव बफरिंग के द्वारा उनको बताया और दिखाया जाएगा। इस समय सभी की प्राथमिकता अप्रैल 2020 के स्टेटस को को चीन से मनवाने की है इसीलिए ये राजनाथ सिंह की विजिट बहुत ही अहम भी मानी जा रही है।पेंगोंग शो के हालात में पूरी clearity के साथ रक्षा मंत्री को ब्रीफ किया जाएगा।
रक्षा मंत्री भारत चीन की सरहद के साथ साथ भारत पाकिस्तान की सरहद पर भी होने वाली गतिविधियों का पूरा मुआयना करेंगे इसीलिए इंडिया TV को इस बात की जानकारी मिली है कि कुल मिलाकर 2650 से ज़्यादा बार पाकिस्तान ने सीज़फायर का उल्लंघन किया है और अभी तक भारतीय सेना जम्मू कश्मीर पुलिस और CRPF ने मिलकर 135 से ज़्यादा आतंकियों को ढेर किया है। इसके लिए आप के हालात और साथ में लाइन ऑफ कंट्रोल पर लगातार घुसपैठ की कोशिश के बारे में भी पूरी ब्रीफ़िंग ब्रिगेडियर ऑपरेशंस रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को देंगे।