नई दिल्ली: भारत चीन के बीच कोर कमांडर लेवल की मॉलदो में सुबह 11:30 बजे से चल रही मीटिंग खत्म हो गई है। इस मीटिंग में पेंगोंग सो, पेट्रोलिंग पॉइंट 14, पेट्रोलिंग पॉइंट 15 और पेट्रोल पॉइंट 17 के बारे में चाइनीज एक्शन को डिसकस किया गया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने किया। इसमें भारतीय सेना की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने हर अहम मुद्दों को रखा। यह बातचीत पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की तरफ माल्डो सीमा कर्मी बैठक स्थल पर हुई।
पिछले महीने के शुरू में गतिरोध शुरू होने के बाद भारतीय सैन्य नेतृत्व ने फैसला किया था कि भारतीय जवान चीनी सैनिकों के आक्रामक रवैये के खिलाफ विवादित क्षेत्र पैंगोंग सो, गलवान घाटी, डेमचोक और दौलत बेग ओल्डी में दृढ़ रुख अपनाएंगे। चीनी सेना ने पैंगोंग सो और गलवान घाटी में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती की है और इसके अलावा वह धीरे-धीरे वहां अपने अस्थायी ढांचों और हथियारों को भी बढ़ा रहा है।
उपग्रह से जारी गई तस्वीरों में नजर आ रहा है कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के अपनी तरफ के क्षेत्र में सैन्य आधारभूत ढांचे में महत्वपूर्ण रूप से इजाफा किया है जिसमें पैंगोंग सो इलाके से 180 किलोमीटर दूर सैन्य हवाईअड्डे का उन्नयन भी शामिल है। सूत्रों के अनुसार चीनी सेना एलएसी के निकट अपने पीछे के सैन्य अड्डों पर रणनीतिक रूप से जरूरी चीजों का भंडारण कर रही है, जिनमें तोप, युद्धक वाहनों और भारी सैन्य उपकरणों आदि को वहां पहुंचाना शामिल है।