नई दिल्ली: भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के बीच होने वाली बैठक को रद्द करने की शुक्रवार को घोषणा की। बैठक रद्द किए जाने के पीछे जम्मू कश्मीर में तीन सुरक्षाकर्मियों की ‘बर्बर हत्या’ और कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी के नाम पर डाक टिकट जारी किए जाने को कारण बताया गया।
इन घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि ऐसे माहौल में पाकिस्तान के साथ वार्ता ‘अर्थहीन’ होगी। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान स्थित तत्वों की ओर से सुरक्षा कर्मियों की बर्बर हत्या और एक आतंकवादी को महिमामंडित करते हुए 20 डाक टिकटों की श्रृंखला हाल में जारी करने की घटना और आतंकवाद से इस बात की पुष्टि होती है कि पाकिस्तान अपना रास्ता नहीं सुधारेगा।’’
कुमार ने जोर दिया कि कल दोनों विदेश मंत्रियों के बीच बैठक की घोषणा के बाद से दो बेहद परेशान करने वाली घटनाएं घटी। उन्होंने कहा, ‘‘बदली परिस्थितियां में न्यूयॉर्क में भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच कोई बैठक नहीं होगी।’’
उल्लेखनीय है कि सरकार ने गुरूवार को घोषणा की थी कि न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी की मुलाकात होगी। 2016 में पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद दोनों देशों की बातचीत ठहर गई थी। भारत उस हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों को जिम्मेदार ठहराता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने हालांकि जोर दिया था कि पाकिस्तान के अनुरोध के बाद भारत मुलाकात के लिए सहमत हुआ और इस फैसले से सीमापार आतंकवाद के बारे में देश के रूख में कोई बदलाव नहीं आया है।
इससे पहले गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने ऐलान किया था कि दोनों ही देशों के विदेश मंत्री अमेरिका के न्यूयॉर्क में मिलेंगे। हालांकि मंत्रालय ने यह भी साफ किया था कि यह सिर्फ एक बैठक होगी न कि कोई बातचीत या डायलॉग। इसके साथ ही मंत्रालय ने कहा था कि आतंकवाद को लेकर भी भारत के रुख में कोई परिवर्तन नहीं आया है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था, 'मैं इस बात को कंफर्म करता हूं कि पाकिस्तान के आग्रह पर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक होगी। इस बैठक की तारीख और समय पर दोनों मिलकर फैसला लेंगे।'