नई दिल्ली: पाकिस्तान में मौत की सजा पाए कथित भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव तक राजनयिक संपर्क प्रदान करने को लेकर भारत ने 15वीं बार पाकिस्तान से अनुरोध किया है, लेकिन अभी तक इस्लामाबाद का जवाब नहीं मिला है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह घोषणा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मंत्रालय ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को बुधवार को तलब किया और जाधव तक राजनयिक पहुंच प्रदान करने की एक बार फिर मांग की, लेकिन इस्लामाबाद से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। (ये हैं भारत की महिला राजनेता जो अपने ग्लैमरस लुक के लिये भी हैं )
बागले ने कहा, "जैसा कि आपको पता होगा कि हम जाधव तक राजनयिक पहुंच प्रदान करने की पहले ही 14 बार मांग कर चुके हैं और अगर आप कल की बैठक की भी गिनती करें, तो यह 15वीं बार हो जाता है।" उन्होंने कहा कि कुलभूषण जाधव तक राजनयिक पहुंच की मांग करने के पीछे दो कारण हैं। प्रवक्ता ने कहा, "पहला, यह पता लगाना है कि वह किस हालत में हैं, उनकी क्या जरूरतें हैं, जो राजनयिक पहुंच प्रदान करने के दौरान की सामान्य चीजें हैं। दूसरा, उनके खिलाफ कुछ विशेष तरह के आरोप लगाए गए हैं, तो हम तमाम बातें उनके मुंह से सुनना चाहेंगे।"
बागले ने कहा कि पाकिस्तान सरकार कह रही है कि जाधव हिरासत में है, जबकि भारत सरकार को अभी तक यह मालूम नहीं है कि वह पाकिस्तान में कहां हैं। उन्होंने कहा, "उनका स्वास्थ्य तथा हालात हमारे लिए चिंता का विषय है। हम अपनी चिंता से पहले भी उन्हें अवगत करा चुके हैं और पाकिस्तान सरकार से उनके बारे में सूचना प्रदान करने के लिए कहा है।"
प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान दावा कर रहा है कि उसने भारतीय नागरिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है, तो हम निश्चित तौर पर कार्रवाई के उन आधिकारिक दस्तावेजों को देखना चाहेंगे। उन्होंने कहा, "और हम यह भी जानना चाहेंगे कि अपील की प्रक्रिया में कितना वक्त लगेगा, और क्या विकल्प हैं और उन्हें कैसे अंजाम दिया जा सकता है।"
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